केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को विश्वास जताया कि सत्तारूढ़ महायुति सत्ता में वापस आएगी। उन्होंने रविवार को महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा का घोषणापत्र जारी किया और महाराष्ट्र में महायुति का अगला सीएम कौन होगा, इसका भी खुलासा किया। अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री के चेहरे के नाम पर फैसला गठबंधन सहयोगी चुनाव संपन्न होने के बाद ही लेंगे। शाह ने कहा, “फिलहाल एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री हैं। चुनाव के बाद तीनों गठबंधन सहयोगी मुख्यमंत्री पर फैसला करेंगे।”
अमित शाह ने कही बड़ी बात
अमित शाह ने कहा कि शिवसेना और राकांपा दोनों अलग- अलग हो गईं क्योंकि उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे की तुलना में अपने बेटे को प्राथमिकता दी, जबकि शरद पवार ने अजीत पवार की तुलना में अपनी बेटी को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा, “इन पार्टियों ने अपने परिवार के सदस्यों को प्राथमिकता दी और पार्टियां टूट गईं। अब वे बिना किसी कारण के भाजपा पर आरोप लगाते हैं।”
बता दें कि महायुति में भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का शिवसेना गुट और अजीत पवार के नेतृत्व वाला राकांपा गुट शामिल हैं। अमित शाह ने कहा कि गठबंधन के सभी तीन सहयोगियों ने अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं और चुनाव के बाद मंत्रियों की एक समिति स्थापित की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चुनावी वादे पूरे हों। अमित शाह ने कहा कि भाजपा “परिवार-आधारित राजनीति” के खिलाफ है।
कांग्रेस के आरोपों को किया खारिज
उन्होंने कांग्रेस के आरोपों को खारिज कर दिया कि भाजपा आरक्षण को कमजोर करना चाहती है। उन्होंने कहा, “यह मोदी सरकार है जिसने ओबीसी को आरक्षण दिया। वास्तव में, हम आरक्षण को मजबूत करते हैं।” शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कथित तौर पर उनके द्वारा लिखी गई किताब में खाली पन्ने होने के बाद संविधान के साथ गांधी की कोशिश का ‘पर्दाफाश’ हो गया है। शाह ने कहा, “वह अब मजाक का पात्र बन गए हैं।”