मेरठ: अभी तक आपने प्रोफेशनल कलाकारों द्वारा विभिन्न प्रकार के हैरत अंग्रेज करतब किए जाते हुए देखे होंगे. उनके जैसी कला का प्रदर्शन कर पाना आम लोगों के लिए बिना प्रैक्टिस के संभव नहीं होता. कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका ऐसा कोई प्रोफेशन नहीं है लेकिन फिर भी वो प्रोफेशनल कलाकारों जैसी कला दिखा लेते हैं. ऐसा ही नजारा मंगलवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित व्यास समारोह के दौरान देखने को मिला. यहां पर अनोखा प्रदर्शन करने वाले कोई प्रोफेशनल कलाकार नहीं है बल्कि संस्कृत में अध्ययन करने वाले छात्र-छात्रा थे. इन बच्चों की कला को देखकर हर कोई इनकी प्रशंसा करता हुआ दिखा.
कंठ से स्टूडेंट ने मोड़ दिया सरिया
व्यास समारोह में यौगिक बल प्रदर्शन के दौरान छात्र-छात्राओं ने अपने सांस को रोकते हुए कंठ से सरिया मोड़ना, सिर से ट्यूबलाइट फोड़ना, सीने पर पत्थर तोड़ने के साथ-साथ योग की विभिन्न कलाएं प्रस्तुत की. उनके टैलेंट को देखने वाला हर कोई आश्चर्य चकित हो गया. इसी के साथ योग में अध्ययन करने वाले स्द्वाटूडेंट्स ने योग से संबंधित विभिन्न प्रकार के ऐसे आसनों का प्रदर्शन किया जिसे देखने वाले सभी लोग तालियां बजाते ही दिखे.
कई महीने पहले से शुरू हो जाता है प्रशिक्षण
यौगिक बल प्रदर्शन करने वाली छात्रा आयुषी ने लोकल-18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि राजवीर सर द्वारा सभी छात्र-छात्राओं को यौगिक बल से संबंधित सभी प्रकार के प्रशिक्षण दिए जाते हैं. उन्होंने बताया कि जो भी प्रदर्शन उनके द्वारा किए गए हैं उन सभी करतब को करने के लिए वह पिछले तीन माह से अन्य सहपाठियों के साथ प्रैक्टिस कर रही थी. इसी तरीके से छात्रा अवनी ने भी बताया कि उन्हें काफी अच्छा लगा. वह अब अगले वर्ष में आयोजित होने वाले व्यास समारोह को लेकर भी काफी उत्साहित हैं.
भाई दूज से शुरू हो जाता है व्यास समारोह
संस्कृत प्राच्य भाषा विभाग के समन्वयक प्रो. वाचस्पति मिश्र ने लोकल-18 से बातचीत करते हुए बताया कि भाई दूज के पावन पर्व पर शोभा यात्रा से व्यास समारोह की शुरुआत होती है. इसमें प्रतिदिन छात्र-छात्राओं द्वारा संस्कृत से संबंधित वाद विवाद प्रतियोगिता, कवि सम्मेलन और अन्य प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इसी कड़ी में यौगिक बल प्रदर्शन भी कराया गया था जिसके लिए पहले से ही छात्र-छात्राओं को प्रैक्टिस कराई गई थी. बताते चलें प्रो. नरेंद्र तेवितया के अनुसार इस साल व्यास समारोह का 33वां वर्ष है. इसी तरह से हर साल समारोह के दौरान छात्र-छात्राएं प्रतिभाग करते हैं.
FIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 21:51 IST