वाराणसी: 7 वार 9 त्योहार के शहर बनारस में शनिवार को अन्नकूट का त्योहार मनाया गया. ‘नाथों के नाथ’ बाबा विश्वनाथ के दरबार में इस खास दिन पर 56 तरह के व्यंजनों का भोग लगाया गया है. इसके अलावा लड्डुओं से भगवान शिव का मंदिर भी बनाया गया जो भक्तों के खासा आकर्षण का केंद्र रहा. सुबह मंगला आरती के बाद भक्तों के लिए बाबा का दरबार खोल दिया गया. बाबा विश्वनाथ के दरबार के अलावा मां अन्नपूर्णा मंदिर में भी 501 क्विंटल भोग चढ़ाया गया. इसके अलावा काशी के अन्य मंदिरों में भी यह आयोजन हुआ.
काशी विश्वनाथ मंदिर के एसडीएम शम्भू कुमार ने बताया कि इस बार 14 क्विंटल कच्चे-पक्के व्यंजनों से बाबा का दरबार सजाया गया है. इस दौरान भगवान शंकर और माता गौरा के पंचबदन रजत प्रतिमा का श्रृंगार कर उनकी आरती भी उतारी गई. बता दें कि इस प्रसाद को भक्तों में बांटा जाएगा.
द्वापर युग से है कनेक्शन
विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर में अन्नकूट महोत्सव की ये परंपरा सदियों पुरानी है. इस महोत्सव का सीधा कनेक्शन द्वापर युग से है. कथाओं के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने जब भगवान इंद्र के घमंड को तोड़ा था. उसी के खुशी में इस महोत्सव को मनाने की शुरुआत हई थी, बस तब से ये परंपरा निरंतर चली आ रही है.
अन्नपूर्णा मंदिर में चढ़ा 501 क्विंटल प्रसाद
काशी विश्वनाथ के अलावा अन्नपूर्णा मंदिर सहित शहर के सभी छोटे-बड़े मंदिरों में ये उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. श्री काशी अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी ने बताया कि इस बार अन्नपूर्णा मंदिर में 501 क्विंटल पकवान का भोग लगाया गया है. इसमें अलग-अलग तरह की मिठाइयों के अलावा बनारसी पान, दाल, चावल सहित 56 तरह के व्यंजन चढ़ाए गए हैं.
FIRST PUBLISHED : November 2, 2024, 18:19 IST