बडगाम आतंकी हमले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बयान दिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के लीडर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, इसकी जांच होनी चाहिए। ऐसा कैसे हुआ कि सरकार आई और यह सब हो रहा है। मुझे संदेह है कि यह उन लोगों द्वारा किया गया है जो सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे थे। अगर वे (आतंकवादी) पकड़े जाते हैं तो हमें पता चल जाएगा कि यह कौन कर रहा है। उन्हें नहीं मारा जाना चाहिए, उन्हें पकड़ा जाना चाहिए और पूछा जाना चाहिए कि इसके पीछे कौन है। हमें जांच करनी चाहिए कि क्या कोई एजेंसी है जो उमर अब्दुल्ला की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है।
फारूक अब्दुल्ला के बयान पर क्या बोले सुधांशु त्रिवेदी
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बीते कुछ सालों में आतंकियों ने ऐसा क्यों नहीं किया। ये चीजें कामयाब नहीं होंगी। हम इससे निपट लेंगे। इस मामले की तहकीकात होनी चाहिए कि आखिर ये कैसे हो रहा है। वहीं फारूक अब्दुल्ला के बयान पर भाजपा के सांसद और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने भी बयान दिया है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “सरकार उचित जांच कर रही है लेकिन अगर उन्हें ऐसा कुछ लग रहा है, अगर उनके पास ऐसी कोई जानकारी है तो वे अब विपक्ष में नहीं हैं, उन्हें इसे साझा करना चाहिए। जब उनकी सरकार को अस्थिर करने की बात आती है, तो क्या यह वही शक्ति नहीं है, जिससे उन्होंने सत्ता में आने के लिए दोस्ती की थी? शायद अब आपको उसी शक्ति से निपटना होगा। उन्होंने कहा था कि हमें पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की जरूरत है या तो यह आपका डर है या फिर अगर आपके पास कोई जानकारी है, तो कृपया इसे केंद्र सरकार और एलजी के साथ साझा करें।”
आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी
बता दें कि बीते कुछ दिनों में जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। इस बीच आज सेना ने अनंतनाग में बड़ा ऑपरेश करते हुए 2 आतंकवादियों को मार गिराया है। वहीं बडगाम और श्रीनगर के खानयार में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच एनकाउंटर जारी है। बता दें कि राइफलमैन हिलाल अहमद की हत्या में शामिल दोनों आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है। इस बीच मजदूरों पर हुए आतंकी हमले को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा, “प्रश्न सुरक्षा चूक का नहीं है। आप जानते हैं कि पहले कितनी आतंकवादी वारदातें होती थीं। अब पहले की तुलना में बहुत ही कम हुई हैं। हमारे सुरक्षा बल पूरी तरह से सजग हैं और ऐसी परिस्थितियां वहां(जम्मू-कश्मीर) पैदा होंगी कि फिर आतंकवादी वारदातें समाप्त हो जाएंगी और जम्मू-कश्मीर का तेजी से विकास होगा, जो भी घटनाएं हुई हैं वो निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उसका जवाब दिया जा रहा है। बहुत सारे आतंकी मारे भी गए हैं।