लखनऊ: लखनऊ में गोमती नदी के किनारे न्यू हैदराबाद इलाके के बीरबल साहनी मार्ग पर स्थित है बाबा खाटू श्याम का दिव्य मंदिर. भक्तों का मानना है कि यहां आने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी हो पूरी होती हैं. यहां बाबा को गुलाब की कली और प्रसाद में चूरा चढ़ाया जाता है. यह मंदिर सुबह सात बजे से लेकर रात नौ बजे तक यहां आने वाले भक्तों के लिए खुला रहता है. यहां प्रतिदिन बाबा का नया एवं दिव्य श्रृंगार किया जाता है, जिससे प्रतिदिन बाबा की एक अलौकिक प्रतिमा का रूप भक्तों को देखने को मिलता है.
इस दिन आते हैं सबसे ज्यादा भक्त
गोमती नदी के तट पर स्थित एक विशालकाय व साफ- सुथरा परिसर, जिसके बीच में एक फव्वारा लगा हुआ है, यहीं विराजते हैं लखनऊ के बाबा खाटू श्याम. यूं तो यहां सप्ताह के सातों दिन भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन एकादशी के दिन की बात कुछ और ही है. एकादशी के दिन सुबह से शुरू भक्तों का ताता देर रात तक अनवरत चलता रहता है. इसी के साथ यहां चलती रहती है एक विशाल भजन संध्या. इसमें शामिल होने के लिए दूर-दूर से कलाकार आते हैं और अपना भजन- कीर्तन प्रस्तुत करते हैं और बाबा की स्तुति करते हैं. इस दिन यहां की छवि व लोगों की बाबा के प्रति श्रद्धा देखते बनती है.
जयपुर में है मुख्य मंदिर
वैसे तो बाबा खाटू श्याम का मुख्य मंदिर जयपुर के सीकर में है लेकिन लखनऊ के बाबा खाटू श्याम का भी उसी मंदिर जैसा दरबार सजता है. यहां पर आए भक्त सूर्यांश सिंह बताते हैं कि लखनऊ के बाबा खाटू श्याम मंदिर में आने पर जयपुर के मुख्य खाटू श्याम मंदिर के दर्शन जैसा ही प्रतीत होता है. यहीं पर आए एक और भक्त हिमेश बताते हैं कि वे बाबा के दरबार पर लगातार हाजिरी लगाते रहते हैं. यहां तक कि कोई भी शुभ कार्य करने से पहले वह बाबा के यहां अर्जी जरुर लगाते हैं.
FIRST PUBLISHED : November 2, 2024, 08:56 IST