केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि पिछले कई साल से मुश्किल दौर का सामना कर रही वैश्विक अर्थव्यवस्था की ‘साफ्ट लैंडिंग’ कर संभावना बढ़ रही है। अर्थव्यवस्था में ‘साफ्ट लैंडिंग’ का तात्पर्य आर्थिक विकास के दौरान आने वाली ऐसी एक चक्रीय मंदी से है, जो पूर्ण मंदी की स्थिति आए बिना समाप्त हो जाती है। वित्त मंत्री ने कहा कि विभिन्न देशों और बहुपक्षीय वित्तीय संस्थाओं के साथ मिलकर काम करने से अच्छे दिन आने वाले हैं, लेकिन उन्होंने साथ ही चेताया कि अर्थव्यवस्थाएं अभी उतनी तेजी से आगे नहीं बढ़ रही हैं।
ग्लोबल इकोनॉमी की होगी सॉफ्ट लैंडिंग
सीतारमण ने वाशिंगटन-डीसी के एक ‘ग्लोबल थिंक टैंक’ से कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक में दो दिवसीय वार्ता के दौरान यही संभावना नजर आई कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की ‘साफ्ट लैंडिंग’ होगी। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, केंद्रीय बैंकों और सभी संस्थानों एवं सरकारों के प्रयासों ने कुछ अवधि के लिए मुद्रास्फीति में कम बनाए रखा है, इसलिए वैश्विक अर्थव्यवस्था की ‘साफ्ट लैंडिंग’ की संभावना बढ़ रही है।’’
ये हैं दुनिया की टॉप अर्थव्यवस्थाएं
दुनिया की टॉप इकोनॉमीज की बात करें, तो पहला स्थान अमेरिका का है। अमेरिका की जीडीपी 28.78 ट्रिलियन डॉलर की है। दूसरा स्थान चीन का है, जिसकी जीडीपी 18.53 ट्रिलियन डॉलर की है। जर्मनी 4.59 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ तीसरे स्थान पर है। जापान 4.11 ट्रिलियन डॉलर के साथ चौथे स्थान पर है। 3.94 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ भारत पांचवें स्थान पर है। 3.5 ट्रिलियन डॉलर के साथ यूके छठे स्थान पर है। सातवें स्थान पर फ्रांस है, जिसकी जीडीपी 3.13 ट्रिलियन डॉलर है। आठवें स्थान पर 2.33 ट्रिलियन डॉलर के साथ ब्राजील है। 2.33 ट्रिलियन डॉलर के साथ इटली का 9वां स्थान है। वहीं, 2.24 ट्रिलियन डॉलर के साथ कनाडा का दसवां स्थान है।