मेरठ. यूपी के मेरठ में रहने वाले एक शख्स के सफलता की कहानी सामने आई है. जो नौकरी छोड़ खुद का काम करके करोड़पति बना. जी हां, हम बात कर रहे हैं अनिल पुंडीर की. अनिल पहले नौकरी किया करते थे. फिर उसने अचानक नौकरी छोड़ अपना खुद का एक बिजनेस शुरू कर दिया. अनिल के इस फैसले के बाद उन्हें कई लोगों ने ताने मारे और बहुतों ने कहा कि ये तो पागल हो गया खुद ही अपने पैर में कुल्हाड़ी मारने चला है. लेकिन अनिल ने जो फैसला कर लिया सो कर लिया. आज की तारीख में यही शख्स अब सफल बिसनेसमैन बन चुका है. अब इस उद्यमी का कहना है कि नौकरी करते वक्त वो जितना कमाते थे, उससे सौ गुना आज लेबर को तनख्वाह दे देते हैं.
बताते चलें अनिल पुंडीर रबर और यश इंडस्ट्रीज के नाम से कंपनी चलाते हैं. वह आईआईटी कानपुर से पासआउट हैं. आईआईटी कानपुर से मैकेनिकल में बीटेक करने के बाद अनिल जॉब करने लगे, लेकिन एक दिन अचानक उनका मन जॉब से भर गया. उन्होंने सोचा जो मेहनत वो यहां कर रहे हैं वो अगर अपनी कंपनी के लिए करें तो बेहतर होगा. बस यही सोचकर अनिल ने नौकरी छोड़ दी और एक छोटे से कमरे में अपनी इंडस्ट्री शुरु कर दी.
उनका काम कोरोनाकाल में तब और बढ़ गया जब उन्होंने अपनी कंपनी में फिटनेस टूल बनाने शुरु किए. उन्होंने जिम के इक्यूपमेंट बनाने शुरु किए और ये काम कोरोनाकाल में उनके लिए आपदा में अवसर बन गया. यही नहीं इसी दौरान ओडीओपी के अंतर्गत उन्होंने स्पोर्ट्स गुड्स बनाने शुरु किए और प्लास्टिक बैट बनाने का कारोबार शुरु किया. टेनिस बॉल बनाने का कार्य शुरु किया. क्रिकेट के स्टंप इत्यादि भी बनाने लगे.
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आज की तारीख में उनके प्लास्टिक बैट का कारोबार इतना बढ़ गया कि अब वो इसे अलग-अलग देशों में भेज रहे हैं. कभी मात्र हजारों की नौकरी करने वाले इस शख्स ने अपनी कंपनी तैयार की और अब उनका सालाना टर्नओवर करोड़ों का है. वो कहते हैं कि बात पैकेज की नहीं होती बल्कि आप देश के लिए क्या कर रहे हो ये महत्वपूर्ण है. जितना आप अपने बिजनेस में सीखते हैं उतना नौकरी में सीख नहीं सकते. इतनी सारी सूझबूझ बिजनेस सिखाता है वो नौकरी नहीं सिखा सकती. जो शख्स अपने उद्यम को मंदिर की तरह पूजता है उसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता. तभी कहा जाता है कि कर बहियां बल आपनो छोड़ पराई आस.
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FIRST PUBLISHED : October 25, 2024, 19:52 IST