देश भर के अलग-अलग शहरों में करवा चौथ का व्रत मनाया जा रहा है। करवा चौथ में चंद्र दर्शन का सबसे अधिक महत्व है। करवा चौथ पर महिलाएं पूरा दिन व्रत रखने के बाद रात के समय चंद्र दर्शन करती हैं और उसके बाद ही अपना व्रत खोलती हैं। आइये जानते हैं कि अब तक किन-किन शहरों में चांद के दर्शन हो गए हैं।
अमृतसर में हुआ चांद का दीदार
पंजाब के अमृतसर में भी महिलाओं ने चांद के दर्शन के बाद करवा चौथ का व्रत खोल दिया है।
नोएडा में हुए चांद के दर्शन
दिल्ली और नोएडा में भी चंद्र दर्शन हो गए हैं। यहां नोएडा के सेक्टर 34 में महिलाओं ने चंद्र दर्शन के बाद व्रत तोड़ा।
जयपुर में दिखा चांद
राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी जांच दिख गया है। यहां महिलाओं को व्रत तोड़ते हुए देखा जा सकता है। महिलाओं ने चंंद्र दर्शन के बाद व्रत तोड़ा।
पटना में दिखा चांद
बिहार की राजधानी पटना में भी चांद के दर्शन हो गए हैं। यहां महिलाओं ने चांद के दर्शन के बाद अपना व्रत तोड़ा, जिसे वीडियो में देखा जा सकता है।
अयोध्या में दिखा चांद
यूपी के अयोध्या जिले में चांद के दर्शन हो चुके हैं। यहां महिलाओ के चंद्र दर्शन के साथ अपना व्रत खोला।
शिमला में महिलाओं ने खोला व्रत
हिमाचल प्रदेश के शिमला में भी चांद के दर्शन हो चुके हैं। यहां पर महिलाओं ने चांद के दर्शन के बाद अपना व्रत खोला।
गुवाहाटी में चांद के हुए दर्शन
गुवाहाटी में भी महिलाओ ने चांद के दर्शन किए हैं। यहां महिलाओं ने चांद के दर्शन के बाद अपना व्रत खोला।
क्या होता है करवा चौथ
बता दें कि करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा का दर्शन करने के बाद पति का चेहरा देखने से पति की आयु बढ़ती है। साथ ही वैवाहिक जीवन में भी सुख समृद्धि आती है। यह व्रत पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूती देने वाला भी माना जाता है। करवा चौथ का व्रत हिंदू धर्म के कठिन व्रतों में से एक है, इसलिए यह और भी कठिन हो जाता है, क्योंकि इस दिन चंद्र दर्शन से पहले महिलाएं कुछ भी खा या पी नहीं सकती हैं।
व्रत तोड़ने समय इन मंत्रों का करें जाप
महिलाएं करवा चौथ की रात में छलनी के जरिए चंद्र दर्शन करती हैं। हालांकि चंद्र दर्शन के दौरान इस बात का विशेष ख्याल रखें कि, छलनी पर एक दीपक भी होना चाहिए। इसके बाद चंद्रमा के दर्शन करते समय आपको “सौम्यरूप महाभाग मंत्रराज द्विजोत्तम। मम पूर्वकृतं पापं ओषधे क्षमस्व मे।” मंत्र का कम से कम 3 बार जप करना चाहिए। यह अर्घ्य मंत्र है और इसका जप करने से चंद्रमा की कृपा आपको प्राप्त होती है। इसके सात ही पति का चेहरा देखते समय आपको “ऊँ क्लीं सौभाग्यं देहि, पति मे श्रीं ह्रीं स्वाहा” मंत्र का जप करना चाहिए। इस तरह से अगर आप चंद्र दर्शन की प्रक्रिया करती हैं, तो आपको सौभाग्य और वैवाहिक सुख की प्राप्ति होती है।
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