नई दिल्ली: दिल्ली के रोहिणी डिस्ट्रिक्ट के प्रशांत विहार में हुए सीआरपीएफ स्कूल की बाउंड्री ब्लास्ट मामले में दिल्ली पुलिस ने प्रशांत विहार थाने में बीएनएस की धारा 326(g), प्रिवेंशन ऑफ डेमेज पब्लिक प्रोपर्टी एक्ट की धारा नंबर 4, 3 एक्सपोसिवस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मल्टीपल एजेंसियों ने की जांच
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए लोकल पुलिस, स्पेशल सेल, एनएसजी, सीआरपीएफ, गृह मंत्रालय की टीम, एफएसएल सभी एजेंसियां आज मौके पर पहुंची थीं और जांच की थी।
एनएसजी के बेस्ट ऑफिसर ने की जांच
एनएसजी में बम निरोधक दस्ते के हेड मोहम्मद जमाल को मौके पर बुलाया गया था जो बम की कैटेगरी को समझने में सबसे बेस्ट ऑफिसर हैं।
ब्लास्ट साइट से रिकवरी
एफएसएल, बम स्कॉड, एनएसजी ने मौके से कटे हुए तार के टुकड़े, पेंसिल सेल, सफेद रंग का पाउडर बरामद किया। फिलहाल सभी एजेंसियों ने जो सबूत जुटाए है उनकी एक डिटेल्ड रिपोर्ट गृह मंत्रालय से साझा की जाएगी, एक गृह मंत्रालय की टीम खुद भी मौके पर पहुंची थी। फिलहाल लोकल पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है जिसको जल्द स्पेशल सेल या गृह मंत्रालय के आदेश पर केंद्रीय एजेंसी को भी ट्रांसफर किया जा सकता है।
ब्लास्ट का मोटिव क्या?
शुरुआती जांच में ऐसा लग रहा है कि ये ब्लास्ट पब्लिक को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि कोई मैसेज देने या अपनी ताकत दिखाने के लिए किया गया है। रोड की एक साइड सीआरपीएफ स्कूल की बाउंड्री पर बम प्लांट किया गया, समय भी सुबह का चुना गया और रविवार का दिन भी था, जब वहां भीड़ नहीं होती है।
किसी भी एंगल को जांच एजेंसी फिलहाल रुल्ड आउट नहीं कर रही है। तमाम इलाके की स्कैनिंग की गई है और सभी दुकानों के सीसीटीवी डीवीआर को जब्त कर लिया गया है।
सीसीटीवी फुटेज से होगा खुलासा
एक सीसीटीवी में ब्लास्ट की पूरी घटना कैद हुई है, जिसमें उसकी इंटेंसिटी देखी जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक एक सीसीटीवी में कुछ संदिग्ध लोग देखे गए हैं, जिनके रोल को वेरिफाई किया जा रहा है।
पीसीआर कॉल से मिली थी जानकारी
आज सुबह 7 बजकर 57 मिनट पर दिल्ली पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली थी, जिसमें कॉलर ने बताया था कि सीआरपीएफ स्कूल सेक्टर 14 रोहिणी, प्रशांत विहार में दीवार में एक तेज धमाका हुआ है।
मौके पर पुलिस को दीवार का कुछ हिस्सा डेमेज मिला था और संदिग्ध बारूद की स्मेल आ रही थी, इसके साथ ही रोड की दूसरी तरफ दुकानों के कांच के शीशे तक टूट गए थे, हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ था।