मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना कस्बे में मुस्लिम समुदाय को लेकर किसी ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन कुछ देर बाद उसे छोड़े जाने की सूचना पर समाज के लोग उग्र हो गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस ने करीब 700 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। उन पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन और निषेधाज्ञा के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार शनिवार रात हंगामा उस समय शुरू हुआ जब एक युवक निखिल त्यागी द्वारा सोशल मीडिया पर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ की गई टिप्पणी पर उसे गिरफ्तार किया गया, लेकिन इस बीच यह अफवाह फैल गई कि पुलिस ने उसे छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि बताया कि इस बात से गुस्साए लोग इकट्ठा हो गए और बुढ़ाना कस्बे में प्रदर्शन करते हुए कांधला मार्ग जाम कर दिया। पुलिस ने समझा-बुझा कर जाम समाप्त कराया। पुलिस ने बुढ़ाना कस्बे में फ्लैग मार्च किया और इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी। पुलिस ने बताया कि एहतियातन कस्बे में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आदित्य बंसल ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस ने विशेष धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने संबंध में जमीयत उलमा ए हिंद के शहर अध्यक्ष मुफ्ती नाजेर अहमद की शिकायत पर आरोपी निखिल त्यागी के खिलाफ मामला दर्ज किया है और उसे गिरफ्तार कर लिया। बंसल ने बताया कि आरोपी के छोड़ दिए जाने की अफवाह पर नाराज लोगों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने उन्हें बताया कि आरोपी गिरफ्त में है जिसके बाद प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया।
पुलिस और प्रशासनिक के वरिष्ठ अधिकारियों ने लोगों से शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि 500 से 700 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं, जिन्होंने सड़क जाम कर आपत्तिजनक नारे लगाए, अफवाह फैलाई और गिरफ्तार आरोपी निखिल त्यागी की दुकान पर पथराव किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने तीन मामले दर्ज किए हैं, जिनमें एक निखिल त्यागी के खिलाफ और दो प्रदर्शनकारियों के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के कारण आदर्श आचार संहिता लागू है और जिले में निषेधाज्ञा लागू है।