जमीयत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी की अगुआई में बहराइच जा रहे प्रतिनिधिमंडल को अमौसी एयरपोर्ट पर पुलिस ने रोक लिया। उन्हें बहराइच जाने की इजाजत नहीं दी गई। अधिकारियों ने महासचिव को एयरपोर्ट लाउंज में बैठा कर वार्ता की। दूसरी तरफ जमीयत उलमा-ए-हिंद की तरफ से जारी किए गए बयान में महासचिव को हिरासत में लिए जाने का दावा किया गया है।
हम तो अमन का पैगाम लेकर आए हैं
जमीयत उलमा-ए-हिंद अध्यक्ष मौलाना महमूद असअद मदनी ने बहराइच में हुई हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुए मौलाना हकीमुद्दीन कासमी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भेजा था। शनिवार को लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरते ही मौलाना हकीमुद्दीन कासमी और मौलाना गयूर कासमी को रोका गया। उन्हें पुलिस अधिकारी वीआईपी लाउंज की तरफ ले गए। महासचिव ने बताया कि वह अमन का संदेश लेकर बहराइच जा रहे है। पर, पुलिस अधिकारियों ने उन्हें एयरपोर्ट से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी। पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में जमीयत उलमा-ए-हिंद की तरफ से एक्स पर बयान जारी किया गया। जिसमें प्रतिनिधिमंडल को हिरासत में लिए जाने पर एतराज जताया है। उधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लाउंज उन्हें बैठाया गया है। बहराइच की स्थिति को देखते हुए न जाने की सलाह दी जा रही है। किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।