यूपी के बहराइच हिंसा में उपद्रवियों पर प्रशासन का शिकंजा जारी है। शुक्रवार को प्रशासन ने मुख्य आरोपी समेत 23 उपद्रवियों के घर पर अवैध कब्जा हटाने का नोटिस लगाया तो अगले दिन इसका असर भी दिखाई दिया। बुलडोजर ऐक्शन से पहले ही महराजगंज इलाके में दुकानों को ध्वस्त किए जाने की आशंका के चलते लोगों ने दुकानों और मकानों को खाली करना शुरू कर दिया। जिसकी फोटो और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी हैं। बतादें कि बहराइच के महराजगंज उपद्रव मामले में हत्यारोपित अब्दुल हमीद संग 23 लोगों के घरों पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने शुक्रवार को शाम नोटिस चस्पा किया था। सड़क की जमीन पर कब्जा कर बने अवैध निर्माण को तीन दिनों में हटाने की मोहलत दी गई थी। तीन दिन में अतिक्रमण न हटाए जाने पर बुलडोजर कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी, जिसकर असर शनिवार को साफ दिखाई दिया। बहराइच में चस्पा किए गए नोटिस पर डीएम मोनिका रानी ने बताया, महराजगंज में सड़क चौड़ीकरण का काम होना है इसलिए अतिक्रमण हटाने के लिए पहले नोटिस लगाया गया है। इसके लिए लोक निर्माण विभाग और तहसील प्रशासन के स्तर पर काम किया जा रहा है।
दुकानें खाली नहीं करेंगे तो होगी कार्रवाई
बहराइच में अवैध अतिक्रमण हटाने को लेकर लगाए गए नोटिस की सख्ती का असर दिखाई तो महसी से भाजपा विधायक ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। महसी से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने शनिवार को कहा, लोग अपनी दुकानें खाली कर रहे हैं। जो लोग अपनी दुकानें खाली नहीं करेंगे उनके खिलाफ प्रशासन कार्रवाई करेगा। सिंह ने कहा, पहले चरण में दुकानों के खिलाफ जारी नोटिस के अनुसार, जिन दुकानों को तोड़ा जाना है, उनमें तीन हिंदुओं और 20 दुकानें मुसलमानों की हैं। जो दुकानें निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन करती हैं उन पर कार्रवाई होगी फिर चाहे वह हिंदू की हो या मुसलमान की। दूसरे चरण में देखना होगा कि ऐसी कितनी दुकानों पर कार्रवाई होगी। कुल मिलाकर करीब 50 दुकानें हैं। एक-दो दुकानों को छोड़कर महराजगंज बाईपास पर अधिकांश दुकानों पर कार्रवाई हो सकती है।
बहराइच हिंसा में अब तक 14 मुकदमे दर्ज, 83 को जेल
बहराइच के महराजगंज बवाल व आगजनी मामले की जांच-ज्यों-जयों आगे बढ़ रही है, कानूनी कार्रवाई के दायरे में उपद्रवी आ रहे हैं। अब तक 14 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। इसमें पांच मुकदमे पुलिस की ओर से दर्ज कराए गए हैं। 83 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है, जिनको जेल भेजा जा चुका है। इनमें 59 मुस्लिम व 24 हिंदू पक्ष के लोग शामिल हैं। कई अज्ञात लोगों पर वीडियो फुटेज से चिह्नित कर कानूनी शिकंजा कसा जा रहा है।