आयकर विभाग की दिल्ली से आई टीमों ने लखनऊ, उरई और हमीरपुर में करीब 15 जगह छापेमारी की। हाल में हैदराबाद में छापेमारी के दौरान टीम को इनपुट मिला था। इसके आधार पर आयकर विभाग की टीमों ने तीन शहरों में 15 जगह छापा मारा। कुछ स्थानों से दस्तावेज और लैपटॉप-मोबाइल लेकर टीम लौट आई, बाकी स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
आयकर सूत्रों के अनुसार लखनऊ में मुकेश जिंदल, अरुण जिंदल के ठिकानों पर छापेमारी की गई। निराला नगर, इन्दिरा नगर, न्यू हैदराबाद स्थित दफ्तर और घरों पर छापा मारा गया। इनके यहां पूर्व में जीएसटी की छापेमारी हो चुकी है। वर्ष 2017 में पुरानी केरेंसी के मामले में भी छापेमारी हुई थी। उरई में नगर पंचायत अध्यक्ष और करीबियों के ठिकानों पर आयकर की छापेमारी हुई है। आयकर सूत्रों के अनुसार बोगस कंपनियों के जरिए काला धन सफेद करने में बड़ा नेटवर्क शामिल है। पहले जीएसटी की छापेमारी में पता चला था कि इनपुट क्रेडिट टैक्स की बड़ी हेरफेर बोगस कंपनियों के नाम पर चल रही है। करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी हो रही है।
एक दिन पहले 30 जगह छापेमारी
आयकर सूत्रों ने बताया कि टैक्स चोरी के सुराग हैदराबाद में मिले। एक दिन पहले आयकर की टीमों ने हैदराबाद और आसपास करीब 30 स्थानों पर छापेमारी की। इनमें कोल्लूर, रायदुर्ग शामिल थे। इन स्थानों से नेटवर्क की पुष्टि के बाद दिल्ली से टीमें लखनऊ-कानपुर पहुंच गईं। इसके बाद ताबड़तोड़ छापेमारी का सिलसिला शुरू हुआ।