शक्तिनगर में शरद पूर्णिमा के अवसर पर श्री शक्तेश्वर महादेव मंदिर में शास्त्रीय संगीत संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संतूर वादन, कथक नृत्य और गायन की प्रस्तुतियां हुईं। गायिका रुचिरा केदार ने…
शक्तिनगर,हिन्दुस्तान संवाद। एनटीपीसी सिंगरौली परिसर स्थित श्री शक्तेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में बुधवार की देर शाम तक गायन,वादन और नृत्य की जमकर बयार बही । मौका था शरद पूर्णिमा पर शक्ति संगीत कला परिषद् के सौजन्य से शास्त्रीय संगीत संध्या के आयोजन का । सत्येंद्र सिंह सोलंकी ने संतूर वादन में राग रागेश्री जिसमें आलाप, जोड़, झाला तत्पश्चात रूपक ताल में निबद्ध अनेक बंदिशें प्रस्तुत की तो कथक नृत्य की प्रस्तुति युवा संगीत नाटक अकादमी पुरस्कृत रुद्र शंकर मिश्रा द्वारा की गयी। इसकी शुरुवात भगवान शिव के आराधना से हुई तत्पश्चात तीनताल में टुकड़े तिहाई परण थाली नृत्य आकाश भ्रामरी गत आदि पर प्रस्तुति की। पंडित माता प्रसाद मिश्र (बोल पढ़ंत), उदय शंकर मिश्रा (तबला), संतोष मिश्रा (गायन), नीरज मिश्रा (सितार) पर संगत की। पुणे से आईं गायिका रुचिरा केदार ने ठुमरी, भजन, खयाल इत्यादि विभिन्न रागों की प्रस्तुति दी। गायिका रुचिरा केदार ने राग बिहाग – देखो सखी कन्हैया रोके, छिप जा री चांदनी रात, तराना, राग मिश्र किरवानी दादरा, तुम साची कहो रैन जागे कहां रहे छाए तथा माँझ खमाज – म्हारो प्रणाम बांके बिहारी जी तथा भजन – शिव के मन शरण हो की सुंदर प्रस्तुति से आनंदित किया। संस्था के अध्यक्ष डॉ अशोक कुमार दुबे ने मुख्य अतिथि अमरीक सिंह भोगल, महाप्रबंधक प्रचालन एवं अनुरक्षण, एनटीपीसी सिंगरौली, कार्यक्रम के अध्यक्ष आनंद कुमार सिंह, परियोजना प्रमुख एमईआईएल, अनपरा, विशिष्ट अतिथि सुब्रत घोष, सासन, सिंगरौली, मध्य प्रदेश, सिद्धार्थ मंडल, अपर महाप्रबंधक एनटीपीसी सिंगरौली समेत भारी संख्या में संगीत प्रेमी मौजूद रहे। आभार अभिव्यक्ति सचिव चंद्रशेखर जोशी ने की।सनातन संस्कृति की अनमोल धरोहर शास्त्रीय संगीत की 27वीं प्रस्तुति का यह आयोजन सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।