बहराइच पुलिस ने हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के पोस्टमार्टम का सच बताया है। पुलिस ने कहा कि युवक की मौत गोली लगने से हुई। पुलिस ने कहा कि ना ही उसको करंट लगाया गया और ना ही उसके नाखून उखड़े गए हैं।
यूपी के बहराइच में रविवार को दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में युवक की मौत के मामले में पुलिस ने नया दावा किया। पुलिस ने कहा कि युवक की मौत गोली लगने से हुई। उसके साथ क्रूरता की बात झूठी है। पुलिस ने कहा कि ना ही उसको करंट लगाया गया और ना ही उसके नाखून उखड़े गए हैं। कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं। ऐसे अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की हिदायत दी है।
बहराइच पुलिस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर कहा कि 13 अक्तूबर को कस्बा महाराजगंज थाना हरदी जनपद बहराइच में गठित घटना में एक हिंदू व्यक्ति की हत्या के संदर्भ में सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने के उद्देश्य से गलत सूचनाओं चलाई जा रही है। मृतक को करंट लगाना, तलवार से मारना एवं नाखून उखाड़ना आदि बातें फैलाई जा रही है जिसमें कोई सच्चाई नहीं है। पोस्टमार्टम में मृत्यु का कारण गोली लगने से होना पाया गया है। इस घटना में एक व्यक्ति के अतिरिक्त अन्य किसी की मृत्यु नहीं हुई है। पुलिस हिदायत देते हुए अपील की है कि सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए अफवाह पर ध्यान ना दें। गलत सूचना फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला लेकर लोग दावा कर रहे थे कि सलमान ने सिर्फ रामगोपाल का बंदूक से सीना ही छलनी नहीं किया था, बल्कि पैर के दोनों अंगूठों के नाखून भी नोच डाले थे। दावा ये भी है कि हमीद के घर में लगभग 15 मिनट तक रामगोपाल कैद रहा है। इस दौरान उस पर चाकू से भी कई वार किए गए हैं। इसके बाद सलमान ने उस पर बंदूक से छह फायर झोंके। मौके से बरामद खोखे इसकी तस्दीक भी कर रहे हैं।