बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल के बाद डीजीपी प्रशांत कुमार ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश की कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। डीजपी ने निर्देश दिए कि मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों से किसी भी धार्मिक जुलूस के गुजरने पर विशेष सावधानी रखी जाए।
डीजीपी ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाए। डीजीपी ने इन मामलों में आरोपितों के खिलाफ हुई कार्रवाई रिपोर्ट भी सभी एडीजी जोन से तलब की है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर 24 घंटे निगरानी रखने के भी निर्देश दिए गए।
डीजीपी ने आने वाले त्योहारों के मद्देनजर निर्देश दिए कि दंगा नियंत्रण योजना को अपडेट कर लिया जाए, फिर इनकी मॉक ड्रिल करा ली जाए। इस योजना में संबंधित मजिस्ट्रेट को भी शामिल करने को कहा है। कहा कि पुलिस कर्मियों और संसाधनों का पूरी तरह से इस्तेमाल किया जाए। आकस्मिक घटना के समय किस तरह से योजना बनाई जाए, इसका रिहर्सल करा लिया जाए। साथ ही दंगा नियंत्रण उपकरणों की कार्यकुशलता की निगरानी समय-समय पर की जाती रहे ताकि किसी विपदा पर ऐनवक्त ये धोखा न दे जाएं।
दंगा नियंत्रण उपकरणों के साथ ही ड्यूटी करें पुलिसकर्मी
डीजीपी ने कहा कि दंगा नियंत्रण उपकरणों के बिना पुलिस कर्मियों की ड्यूटी न लगाएं। किसी भी आयोजन से पहले पुलिस बल की ब्रीफिंग जरूर कर ली जाए। जुलूस अगर मिश्रित आबादी वाले क्षेत्र से निकल रहा है तो वहां पर्याप्त पुलिस बल लगाया जाए। इस दौरान सुरक्षा के लिए बॉक्स फार्मेट में डयूटी लगाई जाए। इन इलाकों में फ्लैग मार्च भी किया जाए। साथ ही नियमित पैदल गश्त भी की जाए। मुख्य चौराहों व संवेदनशील स्थानों पर लगने वाले पुलिस बल को ब्रीफ करने के बाद ही डयूटी पर भेजा जाए। रूफ टॉप डयूटी वायरलेस हैंडसेट व दूरबीन के साथ ही लगाई जाए।
सभी जिलों में कम्युनिकेशन प्लान किया जाए
डीजीपी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में कहा कि सभी जिलों में कम्प्युनिकेशन प्लान तैयार कर लिया जाए। इसमें राजस्व विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ पार्षद, वार्ड सदस्यों, ग्राम प्रधान, ग्राम समितियों के सदस्यों और चौकीदारों को शामिल किया जाए। इस योजना से इन सबके बीच समन्वय भी बना रहेगा। इसके साथ ही पीस कमेटियों की गोष्ठी हर स्तर पर कर ली जाए। डिजिटल वालेन्टियर्स व सिविल डिफेंस का भी सहयोग लिया जाए।
खुफिया एजेन्सियां भी सतर्क रहे
डीजीपी ने कहा कि सभी जिलों की अभिसूचना इकाई की टीम सतर्क रहे। असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखें। पुलिस अधिकारी भी एलआईयू से मिलने वाली सूचनाओं पर सतर्कता बरतें। धार्मिक स्थलों के आस पास सुबह गश्त व चेकिंग जरूर कराई जाए।