अनपरा-ओबरा समेत प्रदेश की 1610 मेगावाट क्षमता की चार इकाइयों के बंद होने से बिजली की किल्लत में राहत मिली है। ओबरा सी और एनटीपीसी रिहन्द की इकाइयों से उत्पादन शुरू हो गया है। ओबरा सी की पहली इकाई 15…
अनपरा,संवाददाता। अनपरा-ओबरा समेत प्रदेश की 1610 मेगावाट क्षमता की चार इकाइयों से तकनीकी कारणों से उत्पादन बंद होने से पैदा बिजली किल्लत को बड़ी राहत मिली है। ओबरा सी और एनटीपीसी रिहन्द ,सिंगरौली समेत प्रदेश की 1770 मेगावाट क्षमता की बंद चार इकाइयों से उत्पादन शुरू हो गया है। सिस्टम कंट्रोल के मुताबिक ओबरा सी की 660 मेगावाट की पहली इकाई को मंगलवार 15 अक्तूबर की सुबह सिंक्रोनाइज कर लिया गया है। इससे पूर्व एनटीपीसी रिहन्द की बंद 500 मेगावाट की पहली और सिंगरौली की 500 मेगावाट की सातवीं के अतिरिक्त हरदुआगंज की 110 मेगावाट की सातवीं इकाइयों से उत्पादन प्रारम्भ हो गया था। अनपरा की बंद 500 मेगावाट की छठवीं इकाई को बुधवार शाम तक चालू कर लिये जाने की उम्मीद है जबकि एलपीजीसीाएल की मंगलवार सुबह बंद 660 मेगावाट की पहली और ओबरा की 200 मेगावाट की दसवीं तथा पारीछा की 250 मेगावाट की छठवीं इकाइयों से 18 अक्तूबर तक प्रदेश को बिजली मिल सकेगी।