जम्मू-कश्मीर में अब से थोड़ी देर में नई सरकार का गठन होने जा रहा है। अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में उमर अब्दुल्ला आज शपथ ले रहे हैं। उमर अब्दुल्ला को आज सुबह 11:30 बजे श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा शपथ दिलाएंगे। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश के पहले और जम्मू कश्मीर में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। उमर के अलावा 9 मंत्री भी शपथ ले सकते हैं।
इस मौके पर इंडिया गठबंधन शक्ति प्रदर्शन करने जा रहा है। राहुल गांधी और प्रियंका शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए श्रीनगर पहुंच चुके हैं। इनके अलावा NCP शरद गुट से सुप्रिया सुले, CPI से डी राजा और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल होंगे।
शेख अब्दुल्ला को श्रद्धांजलि अर्पित की
उमर अब्दुल्ला ने अपने शपथ ग्रहण समारोह से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला के स्मारक पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पठानी सूट और कोट पहने 54 वर्षीय अब्दुल्ला ने पार्टी संस्थापक के स्मारक पर फूल चढ़ाए। नेकां ने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से पूर्व उमर अब्दुल्ला ने हजरतबल में अपने दादा शेख मोहम्मद अब्दुल्ला के स्मारक पर दुआ मांगी।’’
उमर सरकार में शामिल नहीं होगी कांग्रेस
वहीं, शपथ ग्रहण से पहले नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गया है। कांग्रेस ने उमर सरकार में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। पार्टी अब उमर अब्दुल्ला सरकार को बाहर से समर्थन देगी। सवाल है कि आखिर कांग्रेस उमर सरकार में क्यों नहीं शामिल हो रही है। अगर कांग्रेस नाराज है तो उसकी नाराजगी किस बात को लेकर है ये आपको बताते हैं।
कांग्रेस से अनबन की खबर पर उमर अब्दुल्ला का बयान
नेशनल कांफ्रेंस ने कांग्रेस को एक मंत्री पद ऑफर किया था लेकिन कांग्रेस को ये मंजूर नहीं है। कांग्रेस दो मंत्री बनाने की मांग कर रही थी लेकिन जब उमर अब्दुल्ला ने इससे इनकार कर दिया तो कांग्रेस ने सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया। कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के बीच चुनाव से पहले का अलायंस है। दोनों दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़े थे लेकिन कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं है। हालांकि इस बारे में जब उमर अब्दुल्ला से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ”ऑल इज वेल”।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जीतीं 42 सीटें
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 6 सीटें आई हैं। अब्दुल्ला परिवार मानकर चल रहा था कि इस बार कांग्रेस का जम्मू-कश्मीर में प्रदर्शन अच्छा रहेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। यही वजह है कि एनसी ने कांग्रेस को रिजल्ट के बाद खास तरजीह नहीं दी है।
90 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42, बीजेपी को 29, कांग्रेस को 6, पीडीपी को 3, जेपीसी को 1, सीपीआईएस को 1, AAP को 1, जबकि 7 निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली है। जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन में चुनाव लड़ा है।
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