मुंबई क्राइम ब्रांच ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को लेकर चौथे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इसकी पहचान 23 वर्षीय हरीश कुमार बालकराम के रूप में हुई है, जिस पर पैसे की आपूर्ति करने और रसद की व्यवस्था करने का आरोप है। उत्तर प्रदेश के बहराइच से मंगलवार को उसकी गिरफ्तारी हुई। पुलिस ने बताया कि बालकराम महाराष्ट्र के पुणे में कबाड़ विक्रेता के रूप में काम करता था। पुलिस इस पहले सिद्दीकी मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी थी। इनमें हरियाणा निवासी 23 साल का गुरमेल बलजीत सिंह, उत्तर प्रदेश का रहने वाला 19 वर्षीय धर्मराज राजेश कश्यप और तीसरा व्यक्ति प्रवीण लोंकर शामिल है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश पुणे में रची गई थी। हमलावरों को टारगेट की पहचान के लिए एक तस्वीर और फ्लेक्स बैनर मुहैया कराया गया था। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने 66 वर्षीय नेता की शनिवार रात हुई हत्या की जांच के दौरान साजिश में पुणे के प्रवीण लोंकर और उसके भाई शुभम लोंकर की भूमिका का खुलासा किया। एक अधिकारी ने कहा कि वांटेड आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हत्या के पीछे का मकसद पता चल सकेगा।
लोंकर बंधु सिद्दीकी हत्याकांड के मुख्य आरोपी
पुलिस ने लोंकर बंधुओं को इस अपराध में मुख्य आरोपी के रूप में पहचान की है। दोनों ने शूटरों को वित्तीय मदद दी, साजोसामान देने के साथ-साथ हमले के लिए बैठक करने की व्यवस्था की। शुभम के मालिकाना वाली डेयरी में प्रवीण काम करता था। डेयरी में ही उन्होंने शूटर शिवकुमार गौतम और धर्मराज कश्यप की भर्ती की थी। अधिकारियों ने बताया कि साजिश को कई बैठकों के बाद अंतिम रूप दिया गया। प्लान को सही से अंजाम देने पर भारी भरकम भुगतान का वादा किया गया और शूटरों को 50 हजार रुपये पहले ही दे दिए गए थे। हमलावरों ने सिद्दीकी की दिनचर्या और उसके आवास की टोह लेने के लिए मोटरसाइकिल खरीदी।
पुलिस ने तेज की शूटर गौतम की तलाश
जांच में पता चला कि गौतम ने ही उत्तर प्रदेश निवासी कश्यप को 3 महीने पहले पुणे में अपने साथ काम करने के लिए बुलाया था। इसके बाद गौतम सितंबर 2023 में मुंबई के कुर्ला में विनोबा भावे नगर इलाके में किराए पर रहने लगा। उसने सिंह को भी साजिश में शामिल किया। अधिकारी ने बताया कि शनिवार रात को सिद्दीकी की हत्या करने तक तीनों हमलावर अपने आकाओं के निरंतर संपर्क में थे। गौतम ने सिद्दीकी पर गोलीबारी शुरू की जबकि कश्यप और सिंह उसके पीछे खड़े थे। कश्यप के पास कुछ स्प्रे था, जिसे उसने सिद्दीकी पर गोली लगने के बाद छिड़क दिया। कश्यप और सिंह को बांद्रा से गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि गौतम फरार है। अब पुलिस ने संदिग्ध हैंडलर मोहम्मद यासीन अख्तर और गौतम की तलाश तेज कर दी है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)