Case Against RLD District President: आगरा में सैंया-खेरागढ़ मार्ग स्थित पेट्रोल पंप स्वामी ने बिक्री में मुनाफे का झांसा देकर तीन युवकों से 56 लाख रूपये ठग लिए। आरोपी ने पीड़ितों को पेट्रोल पंप खुलवाने का झांसा दिया था। पीड़ितों ने रूपये वापस मांगे तो आरोपी ने उनको चेक दे दिए जो कि बाउंस हो गये। पीड़ितों की शिकायत पर डीसीपी वेस्ट के निर्देश पर मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपी युवक राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष का बेटा है।
अनुज कुमार पुत्र राजवीर सिंह, सुनील तोमर पुत्र नरेंद्र सिंह और सचिन पुत्र राकेश सिंह शमशाबाद स्थित गोल्ड लोन कंपनी में काम करते थे। इस कंपनी में गोल्ड लोन के लिए पंकज पुत्र महेश कुमार का आना-जाना था। सुनील तोमर ने बताया कि इसी दौरान पंकज कुमार ने खेरागढ़ मार्ग स्थित अपने पेट्रोल पंप के बारे में बताया। पंकज कुमार ने अनुज, सुनील व सचिन को बताया कि राजस्थान सीमा पर पेट्रोल पम्प से डीजल और पेट्रोल की अधिक बिक्री होती है। मुनाफा अधिक होता है। यह कहकर पंकज कुमार ने सुनील से रूपये मांगे और बदले में मुनाफे का भरोसा दिलाया। इसी बीच पिनाहट क्षेत्र में पेट्रोल पम्प का विज्ञापन दिखाकर पंकज कुमार ने तीनों युवकों को लालच दिया। पेट्रोल पंप खुलवाने की बात कही। तीनों युवकों ने पंकज कुमार को रुपये दे दिए। पंकज पेट्रोल पंप के नाम पर टालमटोल करने लगा। जब पंकज के पिता महेश कुमार से बात की तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला। 22 फरवरी को जब मोबाइल पर बात हुई तो पंकज कुमार ने अनुज को पूरे रुपये वापस करने का आश्वासन दिया। पंकज ने अनुज को 16 जून को 36 लाख रूपये का चेक भी दिया। जो कि बाउंस हो गया।
आरोपी पर लगाया धमकाने का आरोप
पीड़ित अनुज कुमार ने बताया कि आरोपी पंकज कुमार का पिता महेश कुमार रालोद का जिलाध्यक्ष है। उनकी ओर से कई बार झूठे मुकदमे मे फंसाने की धमकी भी दी गयी है। इधर एसएचओ उपेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित पक्ष ने डीसीपी वेस्ट से शिकायत की थी। मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच में तथ्य प्रकाश में आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई होगी।
रालोद जिलाध्यक्ष बोले-हम हैं पीड़ित
बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के संबंध में रालोद जिलाध्यक्ष महेश कुमार का कहना है कि इस मामले में उनका बेटा आरोपी नहीं बल्कि पीड़ित है। जिन्होंने ठगी का मुकदमा दर्ज कराया हैं वो ब्याज माफिया और सूदखोर हैं। महेश कुमार ने बताया कि उनके द्वारा भी कोर्ट के माध्यम से 19 सितंबर 2024 को थाना मलपुरा में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।