म्योरपुर, हिंदुस्तान संवाद। दुद्धी ब्लाक के नगवां में कनहर नदी के प्राकृतिक स्वरूप
म्योरपुर, हिंदुस्तान संवाद। दुद्धी ब्लाक के नगवां में कनहर नदी के प्राकृतिक स्वरूप को बिगाड़ा जा रहा है। नदी के बीच में दो किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कराया जा रहा है, इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
जिले के प्रमुख नदियों में एक कनहर में दुद्धी तहसील के आदिवासी बाहुल्य नगवां में घाट से लेकर लगभग दो किमी लंबी अस्थाई सड़क नदी के बीच में बनाए जाने को लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी जताई है। ग्रामीणों ने कहा है कि खननकर्ता सरकार की छबि और साख पर बट्टा लगा रहे है। इसमें खनन विभाग भी लिप्त है। खननकर्ताओं और पुलिस के धौंस के डर से ग्रामीणों ने नाम सार्वजनिक ना करते हुए बताया कि जितना क्षेत्रफल में बालू खनन हो रहा है। उतना खनन विभाग ने पट्टा ही जारी नही किया है। नगवां घाट के दाएं तरफ तो पट्टा भी नही है, लेकिन पोकलैन लगाया गया है। नदी के प्राकृतिक स्वरूप को बिगाड़ कर सड़क बनाई गई है। ग्रामीणों ने कहा कि आगे कहा तक खनन का पट्टा है हम लोग जान भी नही पाते। मांग उठाई कि सबसे पहले खनन स्थल के घाट के पास बोर्ड लगाया जाना चाहिए और उसमें नक्शा और क्षेत्रफल अंकित होना चाहिए। आदिवासी ग्रामीणों ने कहा कि यह नदी हिमालय पर्वत से भी हजारों साल पुरानी है और हम आदिवासियों की जीवनदायिनी नदी है। हमारी संस्कृति और जीवन शैली नदी से जुड़ा हुआ है, लेकिन इस तरह नदियों का दोहन तो हमारे लिए और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रकृति और संस्कृति दोनों के लिए खतरा है। उन्होंने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए पट्टा वाले क्षेत्र में ही खनन कराने की मांग की है। एसडीएम दुद्धी निखिल यादव ने सेलफोन पर बताया कि लीज का क्षेत्रफल कितना है खनन लीज से हट कर तो नही हो रहा है, इसके लिए सोमवार को खनन विभाग की टीम भेजी गई है। टीम की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।