पके हुए फल भले ही फ्रिज में रखे हों, दो-तीन दिन बाद सड़न चालू हो जाती है। इस समस्या का समाधान आईआईटी के स्टार्टअप फ्रूवटेक की संस्थापक डॉ. अपराजिता ने खोज निकाला है। उन्होंने एथिलीन कंट्रोल तकनीक पर आधारित सुपरगार्ड बनाने में सफलता पाई है, जिससे पके हुए आम, केले और शरीफा क्रमश: 10, सात और पांच दिन सुरक्षित रखे जा सकेंगे। इसका बड़ा फायदा किसानों को मिलेगा, जिन्हें जल्द फल या सब्जी की विवशता के कारण कम मूल्य मिलता है। डॉ. अपराजिता के सुपरगार्ड को कर्नाटक में हुए सीकैंप केटेक बायोटेक एग्रीकल्चर ग्रांड चैलेंजेस के दूसरे एडिशन का विजेता घोषित किया गया है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर की इंक्यूबेटर डॉ. अपराजिता कुमारी ने बताया कि देश में फल-सब्जी की सप्लाई चेन काफी खराब है। किसानों के खेत से व्यापारी के गोदाम से होते हुए ट्रक के माध्यम से फल-सब्जी जब तक खरीदार के पास पहुंचती है, उसकी ताजगी खत्म हो जाती है। सड़न भी शुरू होने लगती है, इससे किसानों को पर्याप्त कीमत नहीं मिल पाती। घरों में भी फल व सब्जी जल्दी खराब हो जाती हैं। सुपरगार्ड इससे बचाता है। इसके अंदर फल व सब्जी रखी जाएं तो उनकी उम्र एक सप्ताह तक बढ़ जाती है। इसकी कीमत 1500 से 5000 रुपये के बीच होगी। जल्द ही यह बाजार में होगा। इसका प्रयोग शरीफा, केला, चीकू, आम, नाशपाती, बेर, पपीता, टमाटर, ब्रोकली आदि पर किया गया है।
घर से ट्रांसपोर्ट तक तैयार किए सुपरगार्ड
स्टार्टअप ने घर से लेकर ट्रांसपोर्ट तक के लिए सुपरगार्ड विकसित किए हैं। मतलब घर में रखने के लिए दो किलो से लेकर ट्रांसपोर्ट के लिए 20 किलो या उससे भी अधिक भार क्षमता के सुपरगार्ड तैयार किए हैं जिसमें लगी डिवाइस फल व सब्जियों को ताजा रखने के साथ उनके पकने की उम्र को धीमी कर देती है।
ऐसे करता है काम
डॉ. अपराजिता के मुताबिक सुपरगार्ड में दो चैंबर हैं। एक छोटा और एक बड़ा। बड़े चैंबर में फल या सब्जियों को रखा जाता है, जबकि छोटे से कम मात्रा में डिवाइस नाइट्रिक ऑक्साइड को छोड़ता है जिससे एथिलीन का उत्पादन कम हो जाता है, जो फलों को पकाने का प्रमुख कारक है। एथिलीन कम होने से फल पकने की दर काफी धीमी हो जाती है। जिसकी वजह से फल या सब्जियां अधिक समय तक खराब नहीं होतीं और फ्रेश बनी रहती हैं।
इतनी बढ़ेगी जिंदगी
फल | अवधि |
आम | 10 दिन तक |
शरीफा | 05 दिन तक |
चीकू | 14 दिन तक |
केला | 07 दिन तक |
टमाटर | 07 दिन तक |