यूपी के जालौन में सोमवार शाम दावत खाने से 73 लोग बीमार हो गए। देर रात सभी की हालत बिगड़ने पर हड़कंप मच गया। मंगलवार तड़के लोगों को उल्टी-दस्त होने पर सीएचसी कोंच ले जाया गया। इलाज के दौरान नौ साल के मासूम दिव्यांग की मौत हो गई। डीएम-एसपी ने अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी ली।
ये घटना कैलिया थाने के बरोदा कला का है। हरिप्रकाश ने सोमवार शाम दूध के तेलू की दावत (गाय या भैंस के पहले दूध से बना खाद्य उत्पाद) दी थी। इसमें गांव के करीब 73 लोग पहुंचे थे। दावत खाने के बाद सभी अपने-अपने घर पहुंचे ही थे कि कुछ ही देर में उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। उल्टी-दस्त होने पर गांव के ही एक डॉक्टर को दिखाया। आराम न मिलने पर एंबुलेंस को फोन किया गया। सुबह गांव पहुंचीं चार एंबुलेंस ग्रामीणों को लेकर सीएचसी कोंच पहुंचीं। कुछ लोगों को सीएचसी में और कुछ को पास ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इलाज के दौरान अनिल के नौ वर्षीय बेटे आर्यन की मौत हो गई। फूड प्वाइजनिंग की सूचना फैलते ही हड़कंप मच गया। सूचना पर डीएम राजेश पांडेय और एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार अस्पताल पहुंचे। अफसरों ने डॉक्टरों से घटना की जानकारी लेकर बेहतर करने इलाज के लिए कहा।
इस मामले में सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग के शिकार 73 मरीज शाम तीन बजे तक सीएससी कोंच पहुंचे थे। मरीजों को अस्पताल लाने के लिए सात-आठ एम्बुलेंस दौड़ती रहीं। एक नौ साल का बच्चा ब्रेल्स पॉलिमर बीमारी से पीड़ित था। उसे मिर्गी के दौरे आते थे, गंभीर हालत में लाने पर मेडिकल कॉलेज जालौन रेफर किया गया था, उसकी मौत हो गई है। सभी मरीजों की हालत खतरे से बाहर है।