म्योरपुर, हिंदुस्तान संवाद। स्थानीय ब्लॉक के ग्राम पंचायत गड़िया और पड़री में फ्लोराइड युक्त
म्योरपुर, हिंदुस्तान संवाद। स्थानीय ब्लॉक के ग्राम पंचायत गड़िया और पड़री में फ्लोराइड युक्त पानी से लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए खनन निधि से उपलब्ध धन को संबंधित विभाग और ठेकेदार केवल बोरिंग करा के डेढ़ साल से अधूरा छोड़ दिया है। ग्रामीणों ने फ्लोराइड रिमूवल प्लांट लगाए जाने की मांग की है।
ग्राम प्रधान प्रेमचंद यादव, करोड़पतिया देवी, रामबली, राम खेलावन, श्याम बिहारी, अवध बिहारी, विनोद, बसंती, लीलावती, राजकुमारी आदि ने जिला प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए बताया कि गांव के हैंडपंपों में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा होने से हम ग्रामीणों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है और दर्जनों लोग दिव्यांग हो रहे है। जल निगम के जांच के बाद फ्लोराइड की मात्रा मानक से ज्यादा पाए जाने के बाद जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजी थी और जिलाधिकारी ने मामले को लेकर खनन निधि से फ्लोराइड रिमूवल प्लांट लगाने के लिए धन आवामुक्त कर टेंडर निकलवाया था। इसके बाद ठेकेदार ने बोरिंग करा कर प्रधान से बोला कि सोलर प्लांट जल्द लगाएंगे लेकिन डेढ़ साल बाद ना ठेकेदार का दर्शन हुआ न विभाग का कोई अधिकारी मामले की सुधि ली। मजबूरन ग्रामीणों फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर है और बीमारियो के गिरफ्त में आ रहे है, जिसे लेकर लोग आक्रोशित है। खनन विभाग के बाबू एके शर्मा ने बताया कि तीन महीने के अंदर प्लांट लगाया जाना चाहिए था। अभी तक प्लांट नही लगाया जाना गलत है। इसकी जांच के लिए जिलाधिकारी को अवगत कराया जायेगा।