विंध्याचल के शक्तिपीठ विंध्यवासिनी मंदिर परिसर में एडीओ कृषि जूता पहनकर पहुंच गए। इसी बीच पहुंचे विधायक की शिकायत पर एडीओ को निलंबित कर दिया गया है।
विंध्याचल के शक्तिपीठ विंध्यवासिनी मंदिर परिसर में एडीओ कृषि जूता पहनकर पहुंच गए। लोगों ने उन्हें जूता पहने देखा तो विरोध शुरू हो गया। इसी बीच क्षेत्रीय विधायक रत्नाकर मिश्र भी पहुंच गए। उन्होंने अफसर को मौके पर ही पहले खूब लताड़ा और भगाया। इसके बाद डीएम से इसकी शिकायत की। डीएम ने भी विधायक की शिकायत के बाद बिना देर किए एडीओ को सस्पेंड कर दिया। नवरात्र मेले के कारण एडीओ की बतौर सेक्टर मजिस्ट्रेट वहां तैनाती की गई थी। वह अपने तैनाती स्थल से मंदिर परिसर में किसी परिचित को दर्शन कराने पहुंच गए थे।
नवरात्र मेले में सहायक विकास अधिकारी (कृषि) प्रतीक कुमार सिंह की बतौर सेक्टर मजिस्ट्रेट ड्यूटी लगी थी। बताया जा रहा है कि रविवार की दोपहर लगभग दो बजे वह अपना प्वाइंट छोड़कर किसी परिचित को दर्शन कराने मंदिर परिसर में पहुंच गए। मंदिर की सीढ़ियों के ऊपर चौतरे पर दानपत्र के पास वह जूता पहनकर ही पहुंच गए। उन्हें जूता पहने कुछ लोगों ने देखा तो आक्रोशित हो गए।
इसी दौरान नगर विधायक रत्नाकर मिश्र भी पहुंच गए। उन्होंने कृषि अधिकारी प्रतीक सिंह के गले में लटका आई कार्ड पहले देखा फिर जमकर फटकार लगाई। मौके की नजाकत भांपकर एडीओ ने भी बिना कोई रिएक्शन वहां से निकलने में भी भलाई समझी। नगर विधायक ने एड़ीओ की शिकायत तत्काल डीएम प्रियंका निरंजन से की। डीएम ने अपर जिलाधिकारी वित्त शिवप्रताप शुक्ला को जांच के निर्देश दिए। देर शाम जांच रिपोर्ट मिलते ही डीएम ने उपनिदेशक कृषि को एडीओ को निलंबित करने को कहा।
डीएम का आदेश मिलते ही सहायक कृषि अधिकारी प्रतीक सिंह को निलंबित कर दिया गया। डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि निलंबित सहायक कृषि अधिकारी की ड्यूटी मेला कैंप कार्यालय में लगाई गई थी। वे मूल ड्यूटीस्थल को छोड़कर अपने परिचित को दर्शन करवाने मंदिर गए थे। सेक्टर मजिस्ट्रेट के मंदिर परिसर में जूता पहनकर जाने और अपना ड्यूटीस्थल छोड़ने पर कार्रवाई की गई।