False claim of making old people young: बूढ़ों को जवान बनाने का झूठा दावा करके कानपुर में एक दंपती ने दर्जनों लोगों को ठगा। उन्हें करीब 35 करोड़ रुपए का चूना लगा दिया। इसके बाद फरार हो गए। इधर, इजराइली टाइम मशीन की ऑक्सीजन थेरेपी से जवान बनने निकले बुजुर्गों की गाढ़ी कमाई लुटी तो वे अपनी आपबीती लेकर पुलिस के पास पहुंचने लगे। उनका कहना है कि ये दंपती 64 साल के बुजुर्ग को 25 साल का जवान बनाने का झांसा देता था। पुलिस ने इस मामले में सख्ती दिखाई है। उसका कहना है कि दंपती राजीव दुबे और रश्मि दुबे पर गैंगस्टर लगेगा। शनिवार को किदवई नगर पुलिस ने आरोपी दंपती का जिम में ताला लगाते हुए कथित इजराइली मशीन और कार्यालय को सील कर दिया। पूरे मामले की जांच के लिए आठ सदस्यीय एसआईटी गठित कर दी गई है। फिलहाल दंपती के बैंक खातों को खंगाला जा रहा है। अन्य पीड़ितों से तहरीर मांगी गई है। आरोपितों की तलाश में चार टीमें शहर और आस-पास छापेमारी कर रही हैं।
स्वरूप नगर स्थित प्रभु अपार्टमेंट निवासी जिम संचालक राजीव दुबे और उसकी पत्नी रश्मि दुबे ने दो साल पहले साकेतनगर में रिवाइवल वर्ल्ड नाम की संस्था खोली थी। दोनों ने लोगों को झांसा दिया कि उन्होंने 25 करोड़ रुपये में इजरायल से एक ऑक्सीजन थेरेपी की मशीन खरीदी है। छह महीने थेरेपी लेने पर 64 वर्ष का बुजुर्ग 25 की उम्र का दिखने लगता है। दंपती ने उन्हें मशीन दिखाकर नेटवर्क मार्केटिंग की स्कीमें बताईं। फिर दंपती ने 500 से ज्यादा लोगों को जोड़कर 35 करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगाया और फरार हो गए। 20 सितंबर को दंपती पर एफआईआर दर्ज की गई थी।
जिम की फ्रेंजाइजी वापस ली
किदवई नगर पुलिस ने देर शाम राजीव दुबे के साकेत नगर दीप टाकीज के करीब में चल रहे जिम और उसके ऊपर बने रिवाइवल वर्ल्ड संस्था के कार्यालय में छापेमारी की। कार्यालय में मौजूद ‘इजरायली मशीन’ सील करते हुए जिम को बंद करा दिया। डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि जिम संचालक की हरकतों को देखकर एनीटाइम फिटनेस कंपनी ने फ्रेंचाइजी वापस ले ली है।
दर्ज होंगे अन्य मामले
फर्जीवाड़े के शिकार 500 से ज्यादा लोग अब पुलिस के पास आने लगे हैं। डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा के मुताबिक धोखाधड़ी का शिकार लोगों को तहरीर देने को कहा है। मुकदमे बढ़ते ही फरार चल रहे दंपती के खिलाफ गैंगस्टर की भी कार्रवाई की जाएगी। दंपती और उनको पैसा देने वालों के बैंक खातों को खंगाला जा रहा है।
क्या बोली पुलिस
पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने कहा कि सैकड़ों लोगों के साथ फर्जीवाड़ा किया गया है। डीसीपी साउथ से रिपोर्ट मांगी है। जिस मशीन के नाम पर धोखाधड़ी की गई उसे सील कर दंपत्ति के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी। धोखाधड़ी के शिकार शिकायत दर्ज कराएं।
तफ्तीश करने वाली एसआईटी की टीम में यह शामिल
फरार दंपती की तलाश और जांच के लिए किदवई नगर थानाप्रभारी बहादुर सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया है। डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि बाबूपुरवा के वरिष्ठ उपनिरीक्षक अवधेश कुमार शुक्ला, किदवई नगर के एसआई प्रदीप कुमार सिरोही, प्रभारी सर्विलांस दक्षिण अजय कुमार गंगवार, प्रभारी साइबर सेल दक्षिण सनित मलिक, उपनिरीक्षक प्रशि. देवकी, सिपाही मोहित कुमार और अबरार हुसैन को एसआईटी में रखा गया है। अब पूरे मामले को एसआईटी अपने स्तर पर देखेगी।
टारगेट देकर दूसरों को फंसाया, गिफ्ट दे ललचाया
इजरायली ‘मशीन’ के जरिए बूढ़ों को जवान बनाने का झांसा देने वाले दंपती ने लोगों को ठगने के लिए नेटवर्किंग मार्केटिंग का जरिया चुना। दंपती ने लोगों को जाल में फंसाने के लिए कई तरह की स्कीम लॉन्च कर दी थी। टारगेट पूरा करने पर लोगों को हजारों रुपये से लेकर लाखों रुपये तक के गिफ्ट का लालच देकर झांसे में फंसाया। इसका बकायदा उन्होंने कार्यालय में बैनर लगा रखा था। किदवई नगर इंस्पेक्टर ने बताया कि तीन लाख का लक्ष्य पूरा करने पर डिनर सेट, छह लाख पर सूटकेस, 12 लाख पर एलईडी टीवी, 24 लाख पर लैपटॉप, 48 लाख पर अंतर्राष्ट्रीय ट्रिप, 1.4 करोड़ पर छोटी कार और तीन करोड़ रुपये का लक्ष्य पूरा करने पर टाटा की बड़ी कार गिफ्ट में देने का झांसा दिया गया था।