अगस्त-सितम्बर में हुई भारी बारिश ने एनसीएल के कोयला उत्पादन में 1.92 मिलियन टन की कमी ला दी है। इस दौरान कुल 66.51 मिलियन टन कोयला उत्पादन हुआ, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 2.82 प्रतिशत कम है। प्रबंधन ने…
अनपरा,संवाददाता। अगस्त-सितम्बर में हुई भारी बारिश एनसीएल के लिए बड़ी मुसीबत साबित हुई है। लक्ष्य की बात तो दीगर वित्त वर्ष की पहली छमाही में एनसीएल के कोयला उत्पादन में पहली बार बीते साल से भी लगभग 1.92 मिलियन टन की कमी दर्ज की गयी है। एनसीएल ने अप्रैल से सितम्बर के बीच कुल 66.51 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया जो बीते साल किये गये 68.43 मिलियन टन से भी 2.82 प्रतिशत कम रहा। भारी बारिश से सितम्बर माह मे तो एनसीएल महज 10.36 मिलियन टन कोयला ही उत्पादन कर सकी जो लक्ष्य 11 मिलियन टन का महज 94 प्रतिशत रहा। उत्पादन मे कमी का असर बिजलीघरों समेत तमाम कोयला उपभोकओं तक पहुंचा क्योंकि कोयला डिस्पैच में भी पहली छमाही के दौरान 5.80 प्रतिशत की बड़ी कमी दर्ज की गयी है।
अगस्त-सितम्बर में 1394 एमएम हुई बारिश
एनसीएल प्रबन्धन का कहना है कि अगस्त-सितम्बर में इस साल अप्रत्याशित भारी बारिश उत्पादन में बाधक बनी है। अगस्त माह में ही 1049.55 एमएम की भारी बारिश से खदानों में जलभराव से उत्पादन मुश्किल हो गया। इसके बाद सितम्बर में भी 344.9 एमएम बारिश से उत्पादन बढ़ाना मुश्किल रहा। बीते साल महज 678 एमएम ही बारिश दर्ज की गयी थी। प्रबन्धन का कहना है कि वित्त वर्ष के पिछड़े लक्ष्य दूसरी छमाही में पूरा कर लिए जायेंगे।