अमेठी हत्याकांड को लेकर पुलिस ने शुक्रवार देर रात एक और खुलासा किया। एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए बताया कि आरोपी ने अंधाधुंध 10 गोलियां चलाई थी। शिक्षक के परिवार की हत्या के बाद वह खुद पर भी गोली चलाई लेकिन वह मिस हो गई। इसके बाद उसने दोबारा आत्महत्या करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया और मौके से फरार होने ही भलाई समझी। वह जेवर टोलप्लाजा की ओर से दिल्ली भागने की फिराक में था लेकिन गौतम बुद्ध नगर की पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया।
अमेठी में गुरुवार को हुए हत्याकांड को लेकर पुलिस ने प्रेसवार्ता की। इस दौरान एसपी ने बताया कि आरोपी चंदन वर्मा का शिक्षक की बीवी से जान-पहचान थी। दोनों के बीच काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया था। इसी को लेकर चंदन तनाव में चल रहा था। गुरुवार को वह शिक्षक के घर पहुंचा और गुस्से में पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां चलाना शुरू किया। जो भी सामने आया उसे मार डाला। पिस्टल से 10 गोलियां चलाई गई थी। शिक्षक का परिवार को मारने के बाद चंदन ने खुद भी आत्महत्या करने की कोशिश की। लेकिन गोली मिस हो गई। इसके बाद वह दोबारा हिम्मत नहीं जुटा पाया और वहां से फरार हो गया।
एसपी ने बताया कि वह वारदात को अंजाम देकर दिल्ली भागने कि फिराक में था। इसके लिए वह अलग-अलग साधनों से प्रयागराज पहुंचा फिर जेवर टोल के रास्ते दिल्ली जाने वाला था। लेकिन उसे धर-दबोचा गया। उसे पकड़ने के लिए पांच टीमें लगाई गई थीं। हालांकि हत्या में इस्तेमाल पिस्टल और बुलेट की अभी बरामदगी नहीं हो पाई है। जल्द ही उसे भी बरामद कर लिया जाएगा।