अयोध्या स्थित सरयू नदी में जल मार्ग का विकास करने और इसे सुदृढ़ बनाने के लिए नए सिरे से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। जल मार्ग में पानी की भरपूर व्यवस्था के लिए नदी तल का सिल्ट निकालने का कार्य शुरू किया जाएगा।
अयोध्या को एक और सौगात मिली है। सरयू नदी में पानी का प्रवाह बढ़ाकर वाटर मेट्रो चलाने की तैयारी है। इसके लिए सरयू नदी में जल मार्ग का विकास करने और सुदृढ़ बनाने के लिए नए सिरे से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। जल मार्ग में पानी की भरपूर व्यवस्था के लिए नदी तल का सिल्ट निकालने का कार्य शुरू किया जाएगा। इसके बाद इलेक्ट्रिक मोटर से चलने वाली नावों के साथ वाटर मेट्रो का संचालन किया जाएगा। इसके लिए गुरुवार को भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष द्वारा नदी में जल परिवहन की समीक्षा के साथ निरीक्षण किया गया।
भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (पतन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार) के चेयरमैन विजय कुमार ने बताया कि भारत सरकार का मुख्य प्रयास रहा है कि देश में जलमार्गों का विकास हो। जिससे पैसेंजर की आवाजाही बढ़े और अधिक से अधिक संख्या संसाधन चल सकें। साथ ही प्रदूषण भी न हो इसका खास ख्याल रखा जा रहा है। इसलिए आने वाले समय मे सरयू नदी में इलेक्ट्रिक कैटामारन यानी इलेक्ट्रिक मोटर से चलने वाली नाव चलाई जाएंगी इनमें लिथियम आयरन बैटरी होती है जिसे सौर पैनल, पवन टर्बाइन, हाइड्रोजेनेटर या इन सभी के संयोजन से चार्ज किया जाता है। यह पर्यावरण के अनुकूल होता है और इनमें कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन नहीं होता है।
उन्होंने बताया कि जल मार्ग में पानी की भरपूर व्यवस्था हो इसके लिए यहां जल्द ही ड्रेजर से पानी की मात्रा को बढ़ाने का काम होगा। इसकी मशीन रवाना की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इसके लिए जल्द टेंडर निकाला जा जाएगा जिससे नदी के अधिक से अधिक संसाधन चल सकें। इन्हें कुछ संख्या में सरकार और कुछ प्राइवेट लोग चलाएंगे जिससे यहां रोजगार बढेगा और पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
बैठक से पहले गुप्तार घाट से नया घाट तक इलेक्ट्रिक कैटामरान में यात्राकर कैटामरान की विशेषताओं की जानकारी ली गई। इसके बाद मण्डलायुक्त सभागार कक्ष में जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह, उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण अश्वनी कुमार पाण्डेय, आरटीओ अयोध्या मण्डल ऋतु सिंह, अपर नगर आयुक्त, नगर निगम, मुख्य अभियंता स्टेट वाटर ट्रांसपोर्ट एके मिश्रा, पर्यटन निगम, सिंचाई विभाग आदि के अधिकारियों के साथ बैठक की गई। बैठक में अयोध्या में जलयान टेक ओवर, गुप्तारघाट से नयाघाट तक संचालन, इनलैण्ड वेसल एक्ट 2021 के अन्तर्गत पंजीयन, सर्वे, आदि पर चर्चा हुई।