3 अक्टूबर से नवरात्र शुरू है। जिसे लेकर देवी के प्रसिद्ध मंदिरों में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार मिर्जापुर के प्रसिद्ध मां विंध्यवासिनी मंदिर का कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन के लिए 20 घंटे खुला रहेगा। हालांकि मां विंध्यवासिनी की चारों समय की आरती के लिए मंदिर का कपाट एक-एक घंटे के लिए बंद किया जाएगा।
श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने कहा कि आरती शृंगार पूजन के बाद श्रद्धालु के दर्शन पूजन के लिए कपाट खोल दिया जाएगा। यह व्यवस्था नौ दिनों तक लागू रहेगी। नवरात्र मेले के दौरान दोपहर आरती पूजन एवं बड़ी आरती शृंगार के बाद मां का शयन नहीं लगेगा। मां विंध्यवासिनी श्रद्धालुओं को अनवरत दर्शन देंगी। नवरात्र के समय आरती पूजन का समय भी तय कर दिया गया है। मंगला आरती भोर में 3:00 से 4:00 बजे तक, दोपहर राजश्री आरती 12:00 बजे से 1:00 तक, सायं काल छोटी आरती 7:00 से 8:00 तक एवं रात 9:30 बजे से 10:30 तक बड़ी आरती होगी।
नवरात्र में तीन घाटों पर ही स्नान की अनुमति
गंगा का जलस्तर अधिक होने तथा किनारों पर कीचड़, दलदल बने रहने के कारण सात प्रमुख स्नान घाटों में से महज तीन गंगाघाटों पर ही श्रद्धालुओं को स्नान की सुविधा उपलब्ध रहेगी। जनपद के आलाधिकारियों ने गंगाघाट का निरीक्षण करने के बाद यह आदेश जारी किया। अधिशासी अधिकारी नगरपालिका गोवा लाल ने बताया कि अन्य घाटों पर काफी गहराई तथा दलदल, कीचड़ व्याप्त है। इसलिए अभी तीन गुदारा,पक्का एवं दीवान घाट को ही स्नान के लिए खोला गया है।