सोनभद्र, संवाददाता। देश के अति पिछड़े जिले में शामिल जनपद के 50
सोनभद्र, संवाददाता। देश के अति पिछड़े जिले में शामिल जनपद के 50 फीसदी से अधिक आबादी वाले 176 जनजातीय गांवों में प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान शुरू किया जाएगा। इसके तहत इनको माडल गांव बनाया जाएगा। इसके माध्यम से जनजातीय समुदायों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार किया जाएगा। चिन्हित गांवों में 17 विभाग एक साथ मिलकर काम करेंगे। प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी दो अक्टूबर को योजना का शुभारंभ करेंगे।
पीएम जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान का उद्देश्य आदिवासी जनजातीय समुदाय के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान करना है। इसके तहत 17 मंत्रालयों से संबंधित 25 इन्टरवेंशन का क्रियान्वयन किया जाएगा। प्रधानमंत्री उन्नत ग्राम अभियान के तहत जिलास्तरीय समारोह का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। योजना के माध्यम से युवाओं को फूड प्रोसेसिंग, कृषि, मत्सय पालन, पशुपालन से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। आदिवासी क्षेत्रों में मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयों की स्थापना की जाएगी, जो दूर दराज के क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं देगी। आयुष्मान भारत योजना के तहत इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को पांच लाख रुपये तक की मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसके अलावा इन इलाकों में टेलीमेडिसिन सेवाओं का भी विस्तार किया जाएगा। जिससे जनजातीय बाहुल्य गांवों के लोगों को सरकार की तरफ से चलाई रही योजनाओं के प्रति जागरूक किया जा सके। इसके अलावा आदिवासी क्षेत्रों में छात्रावासों का निर्माण और आदिवासी छात्रों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए जिला एवं ब्लॉक स्तर पर नए स्कूलों की स्थापना की जाएगी। साथ ही आदिवासी इलाकों में डिजिटल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए इन्टरनेट और मोबाइल नेटवर्क की पहुंच को सुनिश्चित किया जाएगा। वन अधिकारी अधिनियम (एफआरए) के तहत मान्यता प्राप्त पट्टाधारकों को विभिन्न सरकारी योजनओं से जोड़ा जाएगा, जिसमें कृषि, पशुपालन एवं अन्य संसाधनों से जुड़ी योजनाएं शामिल होंगी।
जनपद के जिन 176 गांवों में प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान शुरू किया जाएगा, उसमें सबसे अधिक बभनी ब्लाक के 39 जनजातीय गांवों में अभियान चलेगा। इसके बाद घोरावल ब्लाक के तीन, चोपन ब्लाक के नौ, राबर्ट्सगंज ब्लाक के दो, चतरा ब्लाक के 29, नगवं ब्लाक के 24, कोन ब्लाक के 11, म्योरपुर ब्लाक के 30, दुद्धी ब्लाक के 29 जनजातीय गांव शामिल हैं।
प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान में अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे, मुख्य चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक ग्राम विकास अभिकरण, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी, उपमंडलीय अभियंता दूर संचार, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक/जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, अधीक्षण अभियंता बिजली विभाग, जिला कृषि अधिकारी, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य, परियोजना अधिकारी नेडा, जिला नोडल अधिकारी कौशल विकास मिशन, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी(एनआईसी) आदि विभाग शिामल हैं।
जिले के 50 प्रतिशत से अधिक आबादी वाले 176 जनजातीय गांवों में प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नयन ग्राम अभियान शुरू किया जाएगा। इन गांवों में 17 विभाग मिलकर काम करेंगे। इसको लेकर विभागों का चयन कर लिया गया है। इन गांवों को माडल बनाने का काम किया जाएगा।
– रमाशंकर यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी।