सोनभद्र, संवाददाता। जिले में बालू, गिट्टी लदे ओवरलोड वाहनों का परिवहन रुकने का नाम
सोनभद्र, संवाददाता। जिले में बालू, गिट्टी लदे ओवरलोड वाहनों का परिवहन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जबकि जिलाधिकारी ने ओवरलोड परिवहन और अवैध खनन को रोकने के लिए जिले में आठ टीमों का गठन भी किया है। बावजदू इसके ओवरलोड वाहनों का परिवहन पूरी तरह रोकने में सिस्टम नाकाम साबित हो रहा है। आखिर यह चूक कहां से हो रही है, इसको लेकर लोगों में आए दिन चर्चाएं हो रही हैं।
जिलाधिकारी बीएन सिंह ने हाल ही में कलक्टे्रट सभागार में अवैध खनन और ओवरलोड परिवहन को लेकर गठित आठ टीमों की समीक्षा की थी। डीएम ने टीमों को सख्त निर्देश भी जारी किया था कि किसी भी कीमत पर अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों का परिवहन नहीं होना चाहिए। बावजूद इसके ओवरलोड गिट्टी, बालू लदे वाहनों का का परिवहन धड़ल्ले से हो रहा है। ओवरलोड बालू-गिट्टी लदे वाहनों को रात ही नहीं दिन में भी धड़ल्ले से परिवहन करते लोगों द्वारा देखा जा रहा है। खासकर भोर में ओवरलोड गाड़ियों का परिवहन धड़ल्ले से होने के कारण सुबह टहलने निकले लोगों को दुर्घटना का भय भी बना रहता है। यही नहीं लोगों के मन में इस बात को लेकर सवाल भी उठने लगे हैं कि जिलाधिकारी के इतने सख्त निर्देश व जिले में ओवरलोड रोकने के लिए गठित आठ टीमों के भ्रमण के बावजूद ओवरलोड वाहनों का परिवहन कैसे हो रहा है। आखिर इसमें चूक कहां से और क्यों हो रही है।
राबर्ट्सगंज के लोढ़ी स्थित टोल प्लाजा के पास खनन टीम रात दिन मौजूद रहती है। यही नहीं वहां सुरक्षा की भी व्यवस्था रहती है। दिन ही नहीं रात में भी वहां खनन विभाग के लोग खनिज सम्पदा लेकर आने वाले वाहनों की जांच भी करते हैं। बावजूद इसके उनके सामने से ओवरलोड वाहनों का निकल जाना अपने आप में सवाल खड़ा करता है।
ओवरलोड और अवैध खनन रोकने के लिए गठित आठ टीमें दिन और रात में भी वाराणसी-शक्तिनगर राजमार्ग पर भ्रमण करती है। इसके बाद भी ओवरलोड वाहनों का परिवहन रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
ओवरलोड परिवहन रोकने के लिए आठ टीमें गठित की गई है। एआरटीओ और पुलिस को निर्देशित भी किया गया है। लगातार कार्यवाही भी हो रही है। शत प्रतिशत लोगों पर कार्यवाही करना थोड़ा कठिन है, फिर भी जहां से चूक हो रही उसे दूर कर ओवरलोड परिवहन पर पूरी तरह अंकुश लगाने का प्रयास किया जाएगा।
बीएन सिंह, जिलाधिकारी, सोनभद्र।