अवध क्षेत्र में रविवार को बारिश का सिलसिला जारी रहा। कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। सुल्तानपुर में दीवार गिरने से एक की मौत हो गई है। रायबरेली के ऊंचाहार में आकाशीय बिजली गिरने से एक की मौत हो गई है। राप्ती, घाघरा, सरयू समेत कई नदियां फिर चढ़ने लगी हैं। नेपाल से पानी छोड़ा गया तो स्थिति गंभीर हो सकती है। बलरामपुर में राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। अगर नेपाल के पहाड़ियों पर बारिश नही रुकी और वहां से पानी छोड़ा गया तो यहां बाढ़ की स्थिति गंभीर हो सकती है।
गोंडा मे बारिश का सिलसिला जारी रहा। घाघरा फिर खतरे के निशान से 12 सेमी ऊपर पहुंच गई है। रविवार दोपहर 12 बजे एल्गिन ब्रिज पर 106.196 मीटर जलस्तर दर्ज हुआ। घाघरा में रविवार को भी तीन बैराजों से 2.29 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हुआ। अंबेडकरनगर में आसमान में बादल छाए रहे। सुबह थोड़ी देर हल्की बरसात हुई। इसके बाद बारिश नहीं हुई। बहराइच में घाघरा नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है, जिससे कटान शुरू हो गई है। जानकी नगर में एक मकान कट गया है, तटवर्ती ग्रामीण अपने घर तोड़ने में जुटे हुए हैं। श्रावस्ती में राप्ती का जलस्तर घटा फिर भी नदी 75 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। इकौना के लैबुडवा गांव में कटान तेज हो गई है।
सुल्तानपुर में रविवार को बारिश का सिलसिला थम गया। लंभुआ में कच्ची दीवार के मलबे में दबने से घायल महिला की मौत हो गई है। इसी हादसे में एक बच्चे ने शनिवार को दम तोड़ दिया था। जलभराव के कारण पोल में करंट उतरने से दो मवेशियों की भी मौत हुई है। अमेठी में सुबह थोड़ी देर बरसात हुई। तीन दिन की बारिश के दौरान जिले में कल 16 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। जबकि एक पशु की मौत हुई है।
चेतावनी बिंदु के निशान पर पहुंची सरयू
अयोध्या मे दो दिन में ही बारिश का कोटा पूरा हो गया। सरयू का जलस्तर चेतावनी बिंदु पार कर खतरे के निशान के समीप पहुंचा। रात भर में 22 सेंटीमीटर जलस्तर बढ़ा। अभी इसके और बढ़ने की आशंका है। नदी के समीप रहने वाले गांव के लोग सतर्क हो गए और मवेशियों को अन्यत्र पहुंचाने की जद्दोजहद शुरू हो गई है। सीतापुर में तीसरे दिन दिन भर बादलों का जमावड़ा लगा रहा। कुछ इलाकों में फुहारें पड़ी हैं। सिंचाई विभाग के मुताबिक शारदा और घाघरा नदियां खतरे के निशान से एक मीटर नीचे बह रही हैं।
रायबरेली में भी तेज बारिश से जीवन अस्त-व्यस्त
रायबरेली में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। कई जगह दीवार और पेड़ गिर गए। ऊंचाहार में बिजली गिरने से अधेड़ की मौत हो गई। बाराबंकी मे सुबह से बूंदाबांदी हुई है। नेपाल द्वारा 2.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से तराई क्षेत्र के लोग परेशान हैं। हेतमापुर के पास कटान शुरू हो गई है।