दिल्ली के वसंत कुंज के रंगपुरी इलाके में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस बुराड़ी सुसाइड केस का अध्ययन करेगी। कहां तक पहुंची जांच इस रिपोर्ट में जानें…
दिल्ली पुलिस 2018 के बुराड़ी सुसाइड केस का अध्ययन करेगी ताकि वसंत कुंज के रंगपुरी इलाके में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत मामले की गुत्थी सुलझाई जा सके। दरअसल, पुलिस सूत्रों की मानें तो हीरालाल और उसकी चार बेटियों की डेड बॉडी के कमर, हाथ और गर्दन पर पर कलावा बंधा था। यही नहीं मकान से पूजन सामग्री भी बरामद की गई है। ऐसे में मौके पर किसी तांत्रिक क्रिया को भी अंजाम दिए जाने की आशंका जताई जा रही है। इस आशंका के समाधान के लिए ही दिल्ली पुलिस बुराड़ी सुसाइड केस का अध्ययन करेगी।
पुलिस के अनुसार, वसंत कुंज में इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर में पिछले 28 वर्षों से बढ़ई का काम करने वाले हीरा लाल शर्मा और उनकी चार बेटियों – नीतू (26), निक्की (24), नीरू (23) और निधि (20) ने आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने कहा कि शर्मा पिछले साल कैंसर के कारण अपनी पत्नी की मौत के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। पुलिस ने कहा कि वह 2018 के बुराड़ी आत्महत्या मामले का अध्ययन करेगी। साल 2018 में उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में अपने घर पर एक ही परिवार के 11 सदस्यों को मृत पाया गया था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमारी टीमें इस आत्महत्या के बिंदुओं को जोड़ने के लिए बुराड़ी मामले के रिकॉर्ड की जांच करेंगी। अभी तक की जांच में हमें पता चला है कि शर्मा ने पिछले नौ महीनों में किसी से बात नहीं की थी। वह और उनकी बेटियां कभी-कभार ही बाहर दिखाई देते थे। पत्नी की मौत के बाद, परिवार ने सभी से संपर्क खो दिया था। टीम ने घर से मिठाई का एक डिब्बा बरामद किया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच टीम मिठाई की दुकान पर भी जाएगी, ताकि हीरा लाल शर्मा ने सल्फास (जहर) कहां से खरीदा और उसने यह कदम क्यों उठाया, इस बारे में पता लगाया जा सके। लाशों पर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं पाए गए हैं। पुलिस को घर से सल्फास जहर के तीन पैकेट, पांच गिलासें और एक चम्मच मिला जिसमें संदिग्ध तरल पदार्थ था। पड़ोसियों ने दावा किया कि उन्होंने शर्मा और उनकी बेटियों को आखिरी बार मंगलवार को देखा था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उस दिन की सीसीटीवी फुटेज भी गली के बाहर से बरामद की गई है, जिसमें शर्मा को हाथ में एक पैकेट लेकर घर में जाते देखा गया था। पड़ोसियों की ओर से इमारत की तीसरी मंजिल पर स्थित फ्लैट से दुर्गंध आने की शिकायत के बाद पुलिस जब मौके पहुंची तब पांच शव बरामद किए गए। बिल्डिंग के मालिक नितिन चौहान को केयरटेकर ने दुर्गंध के बारे में बताया, जिसके बाद उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
पुलिस ने फायर ब्रिगेड की मदद से दरवाजा तोड़ा और पाया कि शर्मा एक कमरे में मृत पड़े थे, जबकि उनकी चार बेटियों के शव दूसरे कमरे में पाए गए। हीरा लाल शर्मा हर महीने करीब 25 हजार रुपये कमाते थे, लेकिन जनवरी से काम पर नहीं गए थे। घटना की सूचना मिलने के बाद शर्मा के भाई मोहन और भाभी गुड़िया घर पहुंचे। शर्मा अपनी पत्नी की मौत के बाद से उदास थे और अपनी बेटियों के इलाज में जुटे रहते थे। गुड़िया ने बताया कि बेटियां पढ़ाई में अच्छी थीं।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) रोहित मीना ने कहा कि पोस्टमार्टम सोमवार को डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा किया जाएगा। पोस्टमार्टम के बाद मौत का कारण सामने आएगा। जांच टीम ने आत्महत्या के पीछे की वजह जानने के लिए कई टीमें बनाई हैं। हम आस-पास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रहे हैं ताकि पता कर सकें कि हीरा लाल शर्मा ने आखिरी बार किससे बात की थी और क्या उसने उनके साथ कुछ साझा किया था। हम सभी पीड़ितों के मोबाइल फोन रिकॉर्ड की भी जांच कर रहे हैं ताकि पता चल सके कि वे किसी के संपर्क में थे या नहीं।