यूपी के महराजगंज में जिला पंचायत बोर्ड की बैठक शनिवार को फिर हंगामे की भेंट चढ़ गई। जनप्रतिनिधियों की अनुपस्थित और उनकी जगह उनके प्रतिनिधि की उपस्थिति पर विधायकों के बीच अनबन सामने आ गई। फरेंदा विधायक ने तो जिला पंचायत में अनियमितताओं के बोलबाला का आरोप मढ़ दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष रविकांत पटेल, विधायक पनियरा ज्ञानेंद्र सिंह, विधायक नौतनवा ऋषि त्रिपाठी, विधायक सिसवा प्रेमसागर पटेल और विधायक सदर जयमंगल कन्नौजिया बैठक में प्रमुख रूप से मंचासीन थे।
सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई फरेंदा विधायक वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि शासनादेश के अनुसार ही बैठक में जनप्रतिनिधि स्वयं रहें। बैठक में शामिल होने के लिए एएमए द्वारा जो पत्र जारी किया है उसका पालन किया जाय। बैठक में मौजूद सांसद के प्रतिनिधि को लेकर फरेंदा विधायक ने आपत्ति जतायी। इस पर एक सत्तारूढ़ के विधायक ने बचाव किया। इस पर गहमा-गहमी हो गई। सत्तादल के विधायक ने कहा कि अगली बार से यह नियम लागू किया जाय। जिला पंचायत सदस्यों ने सड़क, बिजली, पानी का मुद्दा उठाया। जिला पंचायत सदस्य सुरेश चंद्र साहनी ने कहा वृद्धा, विधवा, दिव्यांग में पात्रों को अपात्र न बनाया जाय। कम खर्च के बाद भी बिजली बिल अधिक आ रहा है।
आपस में भिड़े सत्ता दल के विधायक
बैठक के दौरान ही मंचासीन सत्ता दल के दो विधायक आपस में ही भिड़ गए। बताया जाता है कि जनप्रतिनिधि की बात व बजट को लेकर दोनों आपस में असहमत थे। इस पर मंच पर ही सबके सामने तेज-तेज आवाज में बात करने लगे। नौतनवा विधायक ऋषि त्रिपाठी विधायकों को शांत कराते नजर आए।
प्रमुख पनियरा ने जर्जर सड़क का मुद्दा उठाया
ब्लाक प्रमुख पनियरा वेद प्रकाश शुक्ल ने अपने क्षेत्र में आने वाली जिला पंचायत की क्षतिग्रस्त सड़क का मुद्दा उठाया। बभनौली लक्ष्मीपुर देउरवा मार्ग के विशेष अनुरक्षण की मांग करते हुए पत्र भी दिया।
जिला पंचायत में चल रहा भारी कमीशन: विधायक
कांग्रेस से फरेंदा के विधायक वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि जिला पंचायत में भारी कमीशन पर काम हो रहा है। इसको लेकर वह विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठा चुके हैं। कमीशन पर उन्होंने कहा कि किसी भी सदस्य पूछ लीजिए। विधायक ने मानसून ऑफर पर कहा कि जिला पंचायत में 47 सदस्य हैं। बोर्ड की जितना बजट है कर्मियों, अधिकारियों व पदाधिकारियों का वेतन देने के बाद जितना धन बचे उससे क्षेत्र मे विकास कार्य कराने के लिए सदस्यों में बराबर-बराबर बांट देना चाहिए।
बरोहिया में डेढ़ करोड़ पर भी उठा सवाल
जिला पंचायत की बैठक के बाद अध्यक्ष के सामने एनएच 730 एस महराजगंज ठूठीबारी मार्ग पर बरोहिया में डेढ़ करोड़ से इंटरलाकिंग सड़क बनाने व फिर उसे उखाड़ने के बाद ईंट की लूट का सवाल उठा। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि इंटरलाकिंग सड़क के लिए वह पीडब्ल्यूडी से एनओसी लिए थे। बाद में सड़क चौड़ीकरण की स्वीकृति मिली। उसके पहले इंटरलाकिंग हो चुका था। बाकी आरोपों को उन्होंने निराधार बताया।