सलखन, हिन्दुस्तान संवाद। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के क्षेत्रीय कार्यालय पर शनिवार को कार्यकर्ताओं ने
सलखन, हिन्दुस्तान संवाद। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के क्षेत्रीय कार्यालय पर शनिवार को कार्यकर्ताओं ने शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की जयंती मनाई। भगत सिंह के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए इंकलाब जिंदाबाद का नारा लगाते हुए उनको याद करते हुए विचारों को आत्मसात किया।
जिला सचिव कामरेड आरके शर्मा ने कहा कि आज भी देश को भगत सिंह जैसे क्रांतिकारी के विचारों पर अमल करने की जरूरत है। जिनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि भारतीय उपमहाद्वीप में शहीद ए आज़म का दर्जा सिर्फ व सिर्फ भगतसिंह को ही हासिल है। वक्ताओं ने कहा कि देश में साम्राज्यवाद रुपी बाजारवाद के चलते मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, लूट खसोट अपने चरम पर है। जिसे केवल भगत सिंह के विचारों से ही रोका जा सकता है। देश में लगातार बढ़ती महंगाई, बेरोज़गारी के चलते बेकारी और लोगों की बदहाली में लगातार इजाफा हो रहा है। जिसे दूर करने और अमर शहीदों के सपनों का भारत बनाने का प्रयास तो नहीं हो रहा है, बल्कि उल्टे अमर शहीदों के बलिदानों को एवं उनके विचारों को इतिहास के नेपथ्य में डालने का सचेत प्रयास हो रहा है। शहीद ए आजम भगत सिंह अपने विचारों से आज भी जीवित हैं उनके विचारों को मानने वाले करोड़ों में है। इस मौके पर हृदय नारायण गुप्ता, बुद्धि राम खरवार, वीरेंद्र सिंह गोंड़, प्रेम चंद्र गुप्ता, अमर नाथ सूर्य, बाबूलाल चेरो, कमला प्रसाद, मुन्ना राम, मोहम्मद खालिद, सुनील सोनी, राम अधार कोल, चुनमुन, करन सोनी व मो. आरिफ आदि रहे।
कोटा खास में समाजसेवी दीपू शर्मा के नेतृत्व में शनिवार की दोपहर शहीद भगत सिंह के जयंती मनाकर कोटा के ग्रामीणों ने जर्जर तेलगुड़वा कोटा कोन मार्ग की मरम्मत कराए जाने को लेकर रणनीति बनाई। अध्यक्षता कोटा ग्राम प्रधान प्रहलाद चेरो ने किया। छात्रनेता दीपू शर्मा व लवकुश प्रजापति ने संयुक्त रूप से कहा की आज जिस महान क्रांतिकारी का जयंती है, उन्होंने देश को आजाद कराने के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर लटक गए, लेकिन अंग्रेजी हुकूमत के सामने घुटने नहीं टेके। साथ ही तेलगुड़वा कोटा कोन मार्ग को लेकर विस्तृत चर्चा के दौरान ग्रामवासियों ने मार्ग के बुरा हाल को लेकर क्रमिक अनशन और जरूरत पड़ने पर भूख हड़ताल को योजना बनाई। इस मौके पर संजय अकेला, कामेश्वर, कृष्णा, संजय, सूरज, कन्हैया, राजेश, चंद्रेश, नीरज, जितेंद्र, अजीत, अभय, शिवा, रितेश आदि रहे।