कहते हैं एक महिला के सामने यदि उसके बच्चों या पति पर कोई कितना भी ताकतवर हो और हमला कर दे तो उसके सामने जीवन रक्षक बनकर खड़ी हो जाती है। ऐसा ही हुआ बिजनौर के अमननगर में जहां एक महिला गुलदार से भिड़ गई। हमले में दंपति और उनका बेटा व बेटी भी घायल हुई हैं। परिजनों और ग्रामीणों ने मिलकर गुलदार को मौके पर ही मार दिया।
शुक्रवार शाम घर से खेत की ओर जा रहे होमगार्ड सुरेंद्र पर गुलदार ने अचानक हमला बोल दिया। यह देख होमगार्ड की पत्नी सीमा ने फावड़े से गुलदार पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। वहीं शोर सुनकर ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे और मिलकर गुलदार को मार डाला। इस घटना में घटना में दंपति का बेटा भी घायल हुआ है। वहीं, गांव में सीमा की बहादुरी की चारों ओर चर्चाएं हो रही हैं। वहीं लोगों का कहना था घायल सुरेंद्र सिंह के घर के पीछे आम के बाग में पेड़ों पर दो गुलदार बैठें थे। सुरेंद्र सिंह पर हमला करने वाले गुलदार को ग्रामीणों ने मौके पर ही मार गिराया, जबकि दूसरा गुलदार भाग गया।
गुलदार ने किया था हमला
जब गुलदार ने सुरेंद्र पर हमला किया तो सुरेंद्र के बच्चे भी मौके पर पहुंच गए। सुरेंद्र ने बच्चों की जान बचाने के लिए गुलदार को पकड़ लिया। इस संघर्ष में सुरेंद्र और उनका बेटा व बेटी भी गुलदार के हमले से घायल हो गए। इस मामले में रेंजर रजनीश तोमर ने बताया कि मृत तेंदुआ मादा है और उसकी उम्र लगभग तीन वर्ष आंकी गयी है। इस मामले में विभागीय कार्यवाही की जा रही है।
भाकियू ने वन विभाग को चेताया
भाकियू के जिला अध्यक्ष सत्यवीर उर्फ सोनू चौधरी का कहना है कि किसानों ने आत्मरक्षा में गुलदार को मारा है। यदि गुलदार को न मारते तो गुलदार सुरेंद्र सिंह को मार डालता। अगर वन विभाग के अफसरों ने घायल के परिजनों और ग्रामीणों के खिलाफ कोई कार्रवाई की तो आंदोलन होगा।