प्रयागराज से पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के बीच प्रस्तावित तीसरी लाइन के रास्ते में मेजा और करछना तहसील के 167 मकान आ रहे हैं। इनके मालिकों को मुआवजे की राशि दी जा चुकी है। इसके बाद भी मकान नहीं छोड़ रहे हैं। इसे लेकर अब रेलवे ने बुलडोजर चलाने की तैयारी कर ली है।
प्रयागराज से पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के बीच प्रस्तावित तीसरी लाइन के रास्ते में मेजा और करछना तहसील के 167 मकान आ रहे हैं। इनके मालिकों को मुआवजे की राशि दी जा चुकी है। इसके बाद भी मकान नहीं छोड़ रहे हैं। इसे लेकर अब रेलवे ने बुलडोजर चलाने की तैयारी कर ली है। उत्तर मध्य रेलवे की ओर से बीते 21 सितंबर को जमीन खाली कराने के लिए सभी को अंतिम नोटिस दिया गया। जिसके बाद रेलवे की टीम ने वार्ता की और कब्जा हटाने के लिए कहा। अब तक कब्जा हटा नहीं है।
तीसरी लाइन का काम प्रयागराज जंक्शन से करछना के बीच हो चुका है। इस जमीन पर काम पिछले कई महीनों से रुका है। वर्ष 2024-25 के रेल बजट में भी धनराशि आवंटित की गई है। अब जबकि महाकुम्भ के कार्यों को युद्ध स्तर पर करने की तैयारी है तो यहां पर कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन को भी पत्र लिख दिया गया है। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद रेलवे की टीम बुलडोजर चलाने कीकार्रवाईकरेगी।
एनसीआर के सीपीआरओ, डॉ. अमित मालवीय ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मेजा- करछना में तीसरी लाइन का काम प्रस्तावित है। इसके लिए लोगों को मुआवजा दिया जा चुका है। अब जमीन अधिग्रहित करने की कार्रवाई होगी। इस कार्रवाई के लिए लोगों को वहां से मकानों को खाली करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद भी लोगों ने मकान खाली नहीं किए हैं। अब ऐसे में बुलडोजर चलाया जाएगा।
167 मकानों को ध्वस्त करके वहां रेलवे का काम शुरू किया जाएगा। कुंभ मेला से पहले काम पूरा करने के लिए जुटे प्रशासन ने तेजी से एक्शन शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में रेलवे भी एक्शन के लिए तैयार है और लोगों को चेतावनी देने के साथ ही अब बुलडोजर कार्रवाई करेगा।