राजनेताओं की रिटायरमेंट उम्र क्या होनी चाहिए या उन्हें कब चुनावी राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए, इस पर देश में चल रही बहस में अब केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी भी कूद गए हैं। बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के नेता जीतन मांझी ने कहा है कि शरीर बूढ़ा होता है, दिमाग नहीं। मांझी खुद दो हफ्ते में 80 साल के हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब मन होगा तब रिटायर होंगे। पत्रकारों ने मांझी से यह सवाल पूछा था कि विपक्ष के नेता जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उम्र का हवाला देकर कह रहे हैं कि उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए।
जीतनराम मांझी ने कहा- “एकदम गलत बात है। शरीर बूढ़ा होता है। दिमाग बूढ़ा नहीं होता है। नीतीश कुमार हमसे चार वर्ष छोटे हैं। हम 80 वर्ष के हो गए हैं। अपना मन जब करेंगे। नीतीश कुमार हर तरह से राज्य की सेवा कर रहे हैं। 18-19 वर्षों से लगातार राज्य को ऊंचे शिखर पर पहुंचा दिए हैं। देश-विदेश में उनका नाम हो रहा है। वैसे आदमी के बारे में कुछ कहने वाले की मानसिक स्थिति खराब है।” नीतीश कुमार की उम्र 73 साल है और अगले मार्च में वो 74 के होंगे।
राष्ट्रीय राजनीति में आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सर्वोच्च नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्र को लेकर बयान दे रहे हैं। केजरीवाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत को एक पत्र भी लिखा है और पूछा है कि क्या लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं की तरह 75 साल पूरा करने पर नरेंद्र मोदी भी रिटायर हो जाएंगे। मोदी ने इसी महीने 17 सितंबर को अपना 74 साल पूरा किया है और अगले साल वो 75 के हो जाएंगे।