मोबाइल फोन के रेडिएशन से दिल से लेकर दिमाग तक को खतरा रहता है. मोबाइल का संपर्क ‘स्तंभन दोष’ यानि सेक्स समस्या का कारण हो सकता है.सेंट्रल यूरोपियन जर्नल ऑफ यूरोलॉजी में अपनी एक स्टडी में यह दावा किया.
Mobile Radiation Risk: एक जमाना था जब मोबाइल फोन गिने-चुने लोगों के पास होते थे. लेकिन, अब हर हाथ में मोबाइल मिल जाएगा. मोबाइल फोन से जहां सुविधाएं मिली तो सेहत से जुड़े खतरे भी बढ़े. इनमें सबसे बड़ा खतरा रेडिएशन का है. क्योंकि, मोबाइल से निकलने वाली विकिरणें शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाती है. खासकर, जब मोबाइल को अपने साथ लेकर चलते हैं. चूंकि, अब मोबाइल मानो शरीर का एक अंग हो गया है. हम सभी इसे जेब में लेकर चलते हैं. पिछले कुछ सालों में ऐसी कई रिपोर्ट्स आई हैं कि जेब में मोबाइल रखना सेहत के लिए बहुत हानिकारक है, क्योंकि इससे कई खतरे रहते हैं. यह भी दावा किया गया है कि पेंट की जेब में रखा मोबाइल लोगों को नपुंसक तक बना सकता है. किसी भी व्यक्ति के लिए यह दावा बेहद डराने वाला है. आइये आपको बताते हैं कि इस दावे में कितना दम है. क्योंकि, इस पर कई वैज्ञानिक और मेडिकल एक्सपर्ट्स ने रिपोर्ट जारी की है.
जेब में रखा मोबाइल कितना घातक?
हेल्थसाइट डॉटकॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक स्टडी में यह बताया गया कि मोबाइल फोन क्रोनिक स्ट्रेस से लेकर ब्रेन ट्यूमर तक, सभी तरह की आधुनिक बीमारियों के लिए जिम्मेदार है. ऑस्ट्रिया और मिस्र के मेडिकल रिसर्चर ने सेंट्रल यूरोपियन जर्नल ऑफ यूरोलॉजी में अपनी एक स्टडी पब्लिश की. इसमें बताया गया कि लगातार मोबाइल का संपर्क ‘स्तंभन दोष’ यानि सेक्स समस्या का कारण हो सकता है.
शोधकर्ताओं ने यह दावा 6 वर्षों के दौरान पुरुषों के दो समूहों का अध्ययन करके किया. इसमें पहले समूह के 20 पुरुष सेक्स समस्या से पीड़ित थे, जबकि दूसरे समूह के 10 पुरुषों ने बताया कि उन्हें कोई यौन संबंधी परेशानी नहीं हुई.
क्या नुकसान हो सकते हैं?
कई मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि मोबाइल फोन के रेडिएशन से सेहत संबंधी परेशानियां होती हैं. क्योंकि, जब वायरलेस नेटवर्क से कनेक्टेड फोन को आप अपनी जेब में रखते हैं तो शरीर को 2 से 7 गुणा रेडिएशन झेलना पड़ता है. यह रेडिएशन आपके DNA स्ट्रक्चर को बदल सकता है और इससे नपुंसकता तक का खतरा रहता है. रेडिएशन को कैंसर की भी एक वजह माना जाता है. इसके अलावा, ह्रदय रोग से संबंधित समस्या भी हो सकती है इसलिए शर्ट की जेब में भी मोबाइल रखना घातक हो सकता है. कैनेडियन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी में पब्लिश एक स्टडी में पाया गया कि प्रति सप्ताह कम से कम एक कॉल के लिए मोबाइल फोन का उपयोग करने से हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है.
तो फिर कहा रखें स्मार्टफोन?
मोबाइल फोन से दूर नहीं रहा जा सकता है लेकिन इसके ज्यादा इस्तेमाल से बचा जा सकता है. इसके अलावा, आप अपने फोन को किसी ऐसी जेब में न रखे जहां से आपके नाजुक अंग नजदीक हों. बेहतर यह होगा कि आप किसी पर्स या बैग में फोन रखें. अगर यह संभव नहीं है तो मोबाइल फोन को पेंट के पीछे की जेब में रखें. ध्यान दें कि मोबाइल का पिछला हिस्सा ऊपर रहे ताकि आपका शरीर उसके कम से कम रेडिएशन के संपर्क में आए.
Tags: Health, Mobile Phone, Sexual Assault
FIRST PUBLISHED : September 26, 2024, 13:43 IST