जाली नोटों के साथ पकड़े गए बदमाशों को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार करने व पकड़े गए बदमाशों में एक के साथ फोटो पाए जाने एसपी ने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व तमकुही राज के पूर्व विधायक अजय कुमार लल्लू को नोटिस भेजा है। एसपी का कहना है कि मामले में उनका स्पष्टीकरण दर्ज किया जाएगा। एसपी संतोष मिश्र ने बुधवार को प्रेसवार्ता में एक सवाल के जवाब में बताया कि पकड़े गए बदमाशों का लंबा आपराधिक इतिहास है। वे राजनीतिक दल से जुड़े हैं या नहीं, इससे पुलिस का कोई लेनादेना नहीं है। कुछ लोग उनके बारे में भ्रामक सूचनाएं प्रसारित कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
पुलिस की ऐसे लोगों पर नजर है। इसी क्रम में कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू की एक तस्वीर गिरफ्तार औरंगजेब खान के साथ प्रकाश में आयी है। उसकी एक तस्वीर मुख्तार अंसारी के साथ की और एक तस्वीर नेपाल यात्रा की भी आयी है, जिसमें लिखा है कि वह किसी विशेष मिशन पर नेपाल यात्रा पर है। यह दोनों तस्वीरें कुशीनगर की जनता द्वारा ही भेजी गयी हैं। इस पर बयान दर्ज कराने के लिए पूर्व विधायक अजय कुमार लल्लू को नोटिस भेजा गया है। उनका बयान दर्ज किया जाएगा कि उनसे क्या कनेक्शन है। पकड़े गए बदमाशों की कई अन्य बड़े नेताओं के साथ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के सवाल पर एसपी ने कहा कि बड़े नेताओं से साथ फोटो के बारे में भी जानकारी हासिल की गयी है। राजनेताओं के साथ वह सभी फोटो इत्तेफाक मात्र हैं। इस संबंध में अजय कुमार लल्लू ने कहा कि अभी उन्हें ऐसा कोई नोटिस नहीं मिला है, न ही ऐसी कोई सूचना है। उससे पहले इस संबंध में कुछ भी कहा अनुचित होगा।
अजय लल्लू ने एक्स पर किया था पोस्ट
अजय लल्लू ने अपने एक्स हैंडल से पोस्ट किया कि कुशीनगर पुलिस ने जिन जाली नोटों के कथित आरोपियों को प्लास्टर लगा व्हील चेयर पर परेड कराई, वही आरोपी पेशी के बाद बिना प्लास्टर के खुद के पैरों पर पुलिस के साथ जा रहे हैं। वीडियो में यह स्पष्ट है। डीजीपी उत्तर प्रदेश को बताना चाहिए कि क्या यह प्लास्टर महज दिखावा था? पीआर था? कोई एजेंडा था? जनता सच जाना चाहती है। इसके साथ उन्होंने पैरों में प्लास्टर और पैरों में बिना प्लास्टर शीर्षक लगाकर दो वीडियो भी पोस्ट किए हैं। हालांकि वीडियो की सत्यता की पुष्टि आपका अपना अखबार नहीं करता है।
दो दिन पहले पुलिस ने जाली नोट गिरोह का किया था खुलासा
पुलिस ने बीते 23 सितंबर को जाली नोटों का कारोबार करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए 10 बदमाशों को जेल भेजा था। गिरोह के पास से पुलिस ने 5.62 लाख रुपये के जाली नोट, जाली नोट बदल कर जुटाए गए 1.10 लाख रुपये, नेपाली मुद्रा, दस असलहे, कई कारतूस और चार सुतली बम आदि बरामद किए थे। तमकुही राज थाने में इस मामले में मो रफी खान उर्फ बबलू खान, शेख जमालुद्दीन, रेहान खान उर्फ सद्दाम, नियाजुद्दीन उर्फ मुन्ना, नौशाद खान व परवेज इलाही उर्फ कौसर अफरीदी, हासिम खान, मो रफी अंसारी, औरंगजेब खान उर्फ लादेन व सेराज हशमति के खिलाफ केस दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया था। इनमें मो रफी खान उर्फ बबलू सपा सपा लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव जबकि नौशाद खान सपा की सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है। औरंगजेब खान भी खुद को सपा नेता, सोशल मीडिया एक्टिविस्ट व पत्रकार बताता था।