सोनभद्र, संवाददाता। जिला मुख्यालय से सटे लोढ़ी में स्थित 50 बेड आयुष अस्पताल में
सोनभद्र, संवाददाता। जिला मुख्यालय से सटे लोढ़ी में स्थित 50 बेड आयुष अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 250 मरीज आते हैं, लेकिन दवाएं न होने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। यही नहीं अस्पताल में न तो महिला चिकित्सक है और न ही एक भी विशेषज्ञ डाक्टर।
राबर्ट्सगंज से सटे लोढ़ी गांव में 50 बेड का आयुष अस्पताल खुलने से आसपास के लोगों खास कर गरीब ग्रामीणों को सस्ते इलाज को लेकर काफी उम्मीद जगी। धीरे-धीरे अस्पताल में मरीजों की संख्या की संख्या में भी इजाफा होने लगा। इस समय औसतन 250 मरीज प्रतिदिन अस्पताल में पहुंच रहे हैं। लेकिन अस्पताल में दवाओं का अभाव है। इससे दूर-दराज से आने वाले रोगियों को बाहर से महंगे दामों पर दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। वहीं तमाम ऐसे में भी मरीज है, जो पैसे के अभाव में दवा नहीं ले पा रहे हैं। इससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
लोढ़ी में संचालित 50 बेड के आयुष अस्पताल में एक भी विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं है। इतना ही नहीं अस्पताल में एक महिला चिकित्सक है। महिला चिकित्सक न होने से सबसे अधिक परेशानी महिला मरीजों को झेलनी पड़ती है। अस्पताल में न तो कोई सर्जन है और न ही कोई बाल रोग विशेषज्ञ है। इससे मरीजों को दिक्कत हो रही है।
अस्पताल में दवाएं लगभग खत्म होने के कगार पर हैं। दवाओं के लिए शासन से डिमांग की गई है, लेकिन अभी तक दवाएं नहीं आई है। महिला व विशेषज्ञ चिकित्सकों के लिए भी शासन से मांग की गई है।
राजेश सिंह चंदेल, चिकित्सा अधीक्षक, आयुष अस्पताल सोनभद्र।