बुडापेस्ट में हाल ही समाप्त हुए चेस ओलंपिक में भारत ने दमदार खेल दिखाया। पुरुष ही नहीं, बल्कि महिलाओं ने भी भारत को गोल्ड मेडल दिलाया। भारतीय टीम और खिलाड़ी भारत पहुंच चुके हैं। चेन्नई एयरपोर्ट पर डबल गोल्ड मेडलिल्स और चेस ग्रैंडमास्टर डी गुकेश उतरे तो उनका जोरदार स्वागत हुआ। उन्होंने टूर्नामेंट में दमदार खेल दिखाया था। छोटी सी उम्र में चेस की दुनिया में अपना नाम रोशन करने वाले प्रगनानंद रमेशबाबू भी चेन्नई एयरपोर्ट पर अपनी बहन और टीम के साथ पहुंचे तो उनका भी स्वागत यहां फैंस ने किया।
चेन्नई एयरपोर्ट पर डी गुकेश ने कहा, “ओलंपियाड में, मैंने इसे एक व्यक्तिगत इवेंट के रूप में लिया। मैं बस इस विशिष्ट टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था। मैं अपने प्रदर्शन और टीम के प्रदर्शन से बहुत खुश हूं। परिणाम इस बात का सबूत है कि हम कई चीजें सही कर रहे थे और हम सही भावना में थे। बुडापेस्ट में जो कुछ भी हुआ, उससे मैं बहुत खुश हूं। अब मैं विश्व चैम्पियनशिप के लिए जा रहा हूं और अभी के लिए मैं बहुत खुश हूं। अभी भी कुछ महीने बाकी हैं और मैं कड़ी मेहनत करूंगा और पूरी तरह से उस टूर्नामेंट के लिए तैयार रहूंगा।”
प्रगनानंद ने भारत के शतरंज ओलंपियाड में दोहरे स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा कि इससे खेल को और अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सकेगा। हाल ही में संपन्न शतरंज ओलंपियाड में भारत की पुरुष और महिला टीमों ने इतिहास रच दिया, उन्होंने अपने-अपने वर्ग में पहली बार स्वर्ण पदक हासिल किया और प्रतियोगिता के एक ही संस्करण में दोहरे स्वर्ण पदक जीतने वाले देशों की सूची में शामिल हो गए। ऐतिहासिक जीत के बाद प्रगनानंद, उनकी बहन वैशाली रमेशबाबू और पुरुष टीम के कप्तान श्रीनाथ नारायणन का चेन्नई एयरपोर्ट पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। भारत के अन्य खिलाड़ियों का भी लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। बीते कुछ समय से देखा जा रहा है कि क्रिकेट के अलावा भारत में अन्य खेलों को भी समर्थन मिल रहा है।