देश की वीवीआईपी और सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने के लिए अब बनारस में रार शुरू हो गई है। बनारस से आगरा के लिए शुरू हुई वंदे भारत ट्रेन का संचालन एनसीआर के ड्राइवर व गार्ड से करवाने की जगह एनईआर के ड्राइवर व गार्डों से कराने की मांग की गई।
देश की वीवीआईपी और सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने के लिए अब बनारस में रार शुरू हो गई है। बनारस से आगरा के लिए शुरू हुई वंदे भारत ट्रेन का संचालन एनसीआर के ड्राइवर व गार्ड से करवाने की जगह एनईआर के ड्राइवर व गार्डों से कराने की मांग की गई। एनईआर के ड्राइवरों और गार्ड ने ट्रेन के आगे ट्रैक पर कुछ देर बैठकर धरना देने के बाद प्लेटफार्म पर भी धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को बुलंद किया। इससे पहले आगरा और लखनऊ में भी इसी तरह की स्थिति देखने को मिल चुकी है। आगरा में तो चालकों और गार्डों के बीच मारपीट तक हो गई थी। कपड़े फाड़ दिए गए थे। चालकों जबरिया ट्रेन से बाहर कर दिया गया था।
आगरा से बनारस के लिए नई वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ पीएम मोदी ने पिछले दिनों गुजरात से वर्चुअल झंडी दिखाकर किया था। शेड्यूल तय नहीं होने से अभी तक यह शुरू नहीं हो सकी थी। शुक्रवार को इसका शेड्यूल आया और सोमवार से इसे चलाने की तारीख का ऐलान हो गया। इसी के तहत दोपहर ढाई बजे आगरा के लिए वंदे भारत बनारस स्टेशन के प्लेटफार्म आठ पर पहुंच गई। इसी दौरान एनईआर के ड्राइवर भी पहुंचे और ट्रेन को एनसीआर के ड्राइवरों से चलाने का विरोध किया।
अपने हाथों में तख्तियां और सीने पर कागज से लिखी मांगें लेकर पहुंचे एनईआर के चालकों ने वंदे भारत एक्सप्रेस के आगे ट्रैक पर ही बैठकर धरना देना शुरू कर दिया। कुछ देर वहां धरना देने के बाद प्लेटफार्म आठ पर आ गए और वहीं पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। ट्रेन को एनसीआर के ड्राइवर व गार्ड से चलवाने का विरोध करने लगे।
चालकों का कहना था कि रेलवे के नियमो के अनुसार एनईआर का क्षेत्र प्रयागराज तक है। वहां तक वंदे भारत एक्सप्रेस हम लोगों को चलाने के लिए मिलना चाहिए। इस वीआईपी ट्रेन को एनईआर के क्षेत्र में भी एनसीआर के चालकों द्वारा चलवाया जा रहा है। कहा कि एनईआर का रूट और काशन हम लोगों को मालूम है लेकिन हम लोगों के हाथों से जबर्दस्ती इस ट्रेन को लेकर एनसीआर के चालकों के हवाले किया जा रहा है।