यूपी के हाथरस के एक आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाले 11 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। इसे लेकर परिवारीजनों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने बच्चे की हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने बच्चे के शव को कार से बरामद किया। उसी कार में मिले स्कूल मैनेजर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। घरवालों का कहना है कि स्कूल के लोगों ने बच्चे की तबीयत खराब होने की सूचना दी और बच्चे को लेकर सादाबाद अस्पताल चले गए। यहां से उसे आगरा ले गए, लेकिन इस बीच परिजनों के आने का कहीं पर भी इंतजार नहीं किया। परिजनों ने उनकी कार रोकनी चाही तो भी वे नहीं रुके। बच्चे की मौत हो गई। बच्चे का शव कार में छोड़कर स्कूल प्रबंधन के लोग आगरा से भाग गए।
सादाबाद में जलेसर रोड पर कार में बच्चे की लाश की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। वही गाड़ी में सवार स्कूल के मैनेजर को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। यहां बच्चों के परिवारीजनों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर बच्चों की हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
डीएल पब्लिक स्कूल के नाम से यह आवासीय विद्यालय कोतवाली सहपऊ क्षेत्र के गांव रसगवा में है। विद्यालय में करीब 400 बच्चे पंजीकृत हैं। कोतवाली चंदपा क्षेत्र के गांव तुरसेन अल्हेपुर निवासी श्रीकृष्ण कुशवाहा ने करीब 4 साल पहले अपने 11 साल के बेटे कृतार्थ का एडमिशन डीएल पब्लिक स्कूल सहपऊ में कराया था। यहां पर कृतार्थ कक्षा 2 में पढ़ता था। सोमवार की सुबह कृतार्थ की अचानक से हालत बिगड़ गई। इस बात की सूचना स्कूल प्रशासन के लोगों ने परिजनों को दी और बच्चे को लेकर सादाबाद अस्पताल चले गए। आरोप है कि वहां से बच्चे को लेकर स्कूल प्रबंधन के लोग आगरा चले गए लेकिन परिजनों के आने का कहीं पर भी इंतजार नहीं किया।
परिवार के लोगों ने उनकी कार को सादाबाद के जलेसर रोड पर रोक लिया। यहां पर काफी लोग आ गए। काफी हंगामा हुआ, लोगों ने कार में बच्चे का शव देखा तो उनका पारा चढ़ गया। उन्होंने कार में तोड़फोड़ कर दी। यहां पर सादाबाद पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं कार में सवार स्कूल के मैनेजर दिनेश बघेल को पुलिस ने विरासत में ले लिया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है परिजनों द्वारा स्कूल प्रबंधन पर बच्चों की हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा है।