Encounter in Unnao: उन्नाव में यूपी एसटीएफ के हाथों मारे गए सुल्तानपुर डकैती के आरोपी अनुज प्रताप सिंह के पिता धर्मराज सिंह ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर टिप्प्णी की है। अनुज के पिता ने कहा, ‘चलो अखिलेश यादव जी की इच्छा तो पूरी हो गई। कम से कम ठाकुर का एनकाउंटर होने से उनकी इच्छा की पूर्ति तो हो गई। ठाकुर का एनकाउंटर हो गया।’ अपने बेटे के एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए अनुज के पिता ने कहा, ‘जिनके खिलाफ 30-35 केस हैं उनका एनकाउंटर नहीं हो रहा है लेकिन जिस पर एक-दो केस हैं उनका एनकाउंटर हो जा रहा है। सरकार की मर्जी है। जो मर्जी हो वो सरकार कराए।’
अनुज के पिता ने ये बातें अमेठी में अपने घर पर मीडिया से कहीं। बता दें कि 28 अगस्त को सुल्तानपुर के भरत जी ज्वैलर्स के यहां हुई डकैती के एक अन्य आरोपी मंगेश यादव का यूपी एसटीएफ ने पांच सितम्बर को एनकाउंटर कर दिया था। मंगेश के एनकाउंटर के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी एसटीएफ और सरकार पर गंभीर सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि एसटीएफ जाति देखकर अपराधियों का एनकाउंटर कर रही है। सुल्तानपुर डकैती में मुख्य आरोपी गैंग लीडर विपिन सिंह के कोर्ट में सरेंडर करने और अन्य आरोपियों को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किए जाने पर सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि मंगेश यादव का एनकाउंटर नहीं हत्या हुई है। समाजवादी पार्टी लगातार आरोप लगा रही थी कि मंगेश यादव को इसलिए मारा गया क्योंकि वह यादव था जबकि इसी मामले में अन्य आरोपियों को पैर में गोली मारकर या कोर्ट में सरेंडर करके गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले को लेकर सियासत इतनी गरम हुई कि पिछले दिनों एक कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने एसटीएफ का फुल फार्म ‘स्पेशल ठाकुर फोर्स’ बता दिया था।
दरअसल, समाजवादी पार्टी पिछले लोकसभा चुनाव के पहले से ही पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की सियासत को आगे बढ़ा रही है। लेकिन सुल्तानपुर डकैती के बाद हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद जब जाति का सवाल उठाया जाने लगा तो यूपी एसटीएफ और पुलिस पर सवाल उठने लगे। इसी बीच सोमवार तड़के उन्नाव से इस डकैती के एक अन्य आरोपी अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर में मारे जाने की खबर आई। बताया जा रहा है कि अनुज प्रताप सिंह सुल्तानपुर डकैती में सबसे पहले दुकान में घुसा था। वह गैंग के सरगना विपिन सिंह का सबसे करीबी था। अनुज पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस उसे कई दिनों से तलाश रही थी।
क्या बोली पुलिस
अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर के बाद उन्नाव के पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बताया कि मुठभेड़ में अनुज घायल हुआ जबकि उसका साथी भागने में कामयाब रहा। अनुज को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया जहां से जिला अस्पताल भेज दिया गया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अनुज एक लाख रुपए का इनामी था। उसके खिलाफ पहले भी आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। मौके से दो पिस्टल, सात खोखा कारतूस, तीन जिंदा कारतूस और एक बैग बरामद हुआ जिसमें लूटी गई चांदी थी। मौके से ही पुलिस ने एक बाइक भी बरामद की है।