यूपी के पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगल से रात में गुजरे तो आईडी दिखानी होगी। पीलीभीत टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने अहम निर्णय लिया है। निगरानी टीमों को गठन कर दिया गया है। नियमित तौर पर रात आठ बजे से सुबह तक चेंकिग होगी।
पिछले दिनों माला रेंज के अंतर्गत जंगल में हुई घटना के बाद पीलीभीत टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने अहम निर्णय लिया है। अब पीटीआर से जुड़े रास्तों पर अगर रात में गुजरते हैं तो अपनी पहचान बतानी होगी। आईडी नहीं देने पर कार्रवाई होगी। इसके लिए टीमों को गठन कर दिया गया है ताकि नियमित दस घंटे चेकिंग की जा सके।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज के अंतर्गत पिछले दिनों दो चीतल का शिकार किया गया था। साथ ही, शिकारी एक वनकर्मी की रायफल ले गए थे। हालांकि बाद में पुलिस ने तेजी के साथ कार्रवाई करते हुए पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया था। अब पीटीआर प्रबंधन ने निर्णय किया है कि आगे ऐसी घटना का कोई दोहराव न होने पाए, इसके लिए रणनीति बनाई जाए। इसी क्रम में टीमों का गठन कर रात में जंगल के रूट पर चेकिंग कराने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
इन पांच रूट पर रहेगा फोकस
पीलीभीत से माधोटांडा, पूरनपुर से खटीमा, पूरनपुर-धनारामार्ग और जंगल से सटे अन्य मार्गों पर चौकसी के निर्देश जारी हो चुके हैं। इस रूट पर आने-जाने वाहनों की स्पीड़ के साथ ही उनका पूरा ब्योरा और डिटेल संकलित की जाएगी।
दस घंटे की रहेगी कड़ी निगरानी
रात में आठ बजे से सुबह छह बजे तक यह आवाजाही निगरानी में रहेगी। इस दौरान ओवरस्पीड और संदिग्ध वाहनों की आवाजाही को लेकर सतर्कता के निर्देश हैं। इससे शिकारियों पर नजर रखने के साथ ही संदिग्ध तौर पर आवाजाही को भी भांपा जा सकेगा।
डीएफओ मनीष सिंह ने बताया किजंगल के अंदर रूटों को लेकर सतर्कता के निर्देश हैं। रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक नियमित तौर पर दस घंटे की चेकिंग की जाएगी। इसके लिए टीमों का गठन कर दिया गया है।