भारत ने शतरंज ओलंपियाड 2024 में ओपन सेक्शन में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया है। भारत ने ओलंपियाड में पहली बार गोल्ड हासिल किया है। ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने गर्दा उड़ाया। गुकेश के अलावा भारतीय पुरुष टीम में आर प्रज्ञानंद, अर्जुन एरिगैसी, विदित गुजराती, पेंटाला हरिकृष्णा और श्रीनाथ नारायणन शामिल थे। गुकेश और अर्जुन ने 11वें दौर में स्लोवेनिया के खिलाफ अपने-अपने मुकाबले जीते। दूसरे स्थान पर रहने वाले चीन ने अमेरिका के खिलाफ दो बोर्ड अंक गंवाए, जिसके बाद भारत को ऐतिहासिक गोल्ड मिला।
भारतीय टीम ने प्रतियोगिता में शानदार शुरुआत की। भारत ने पिछले संस्करण के चैंपियन उज्बेकिस्तान से ड्रॉ होने से पहले अपने पहले आठ मुकाबले जीते। भारत ने 2022 में घरेलू धरती पर आयोजित शतरंज ओलंपियाड में ब्रॉन्ज अपने नाम किया। भारत ने 2014 में भी कांस्य जीता। गुकेश ने रविवार को बुडापेस्ट में रूस के व्लादिमीर फेडोसेव पर जीत हासिल करके देश और खुद के लिए 45वें शतरंज ओलंपियाड का शानदार समापन किया। अर्जुन ने इवेंट के अंतिम दिन सर्बिया के जान सुबेलज को शिकस्त दी।
अगर भारतीय टीम बाकी दो गेम हार भी जाती तो भी वो गोल्ड जीत लेती क्योंकि खिताब जीतने के लिए 11वें दौर में सिर्फ ड्रॉ की जरूरत थी। गुकेश ने अमेरिका के फैबियानो कारुआना को हराकर भारतीय टीम के लिए गोल्ड लगभग पक्का कर दिया था। वहीं, भारतीय महिला टीम टीम ने भी स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। भारतीय महिला टीम में हरिका द्रोणावल्ली, वैशाली रमेशबाबू, दिव्या देशमुख, वंतिका अग्रवाल, तानिया सचदेव और अभिजीत कुंटे थीं। हरिका, दिव्या और वंतिका ने अपने-अपने विरोधियों के खिलाफ मैच जीते जबकि वैशाली ने ड्रॉ खेला।
अजरबैजान के खिलाफ जीत के बावजूद भारतीय महिला टीम को शीर्ष स्थान मिलना तय नहीं था। महिलाओं की ओपन सेक्शन प्रतियोगिता में भारत की जीत अमेरिका द्वारा कजाकिस्तान से अंक हासिल करने पर निर्भर थी। अमेरिका ने अपने प्रतिद्वंद्वी को 1-1 से बराबरी पर रोका और भारत चैंपियन बन गया। अगर कजाकिस्तान, अमेरिका के खिलाफ मैच जीत जाता तो तो मुकाबला टाई-ब्रेक तक पहुंच जाता।