NEET MBBS Admission 2024: बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (बीएफयूएचएस) ने उन पांच नीट यूजी अभ्यर्थियों को एमबीबीएस एडमिशन प्रक्रिया से बाहर कर दिया है जो डोमिसाइल नियमों का उल्लंघन कर पंजाब स्टेट कोटा की एमबीबीएस सीटों पर दाखिला लेना चाह रहे थे। इन अभ्यर्थियों ने कथित तौर पर एक से अधिक राज्यों से डोमिसाइल सर्टिफिकेट बनवा रखे थे जो कि एडमिशन नियमों के खिलाफ है। दरअसल बीएफयूएचएस को अन्य छात्रों व पेरेंट्स की ओर से ऐसी कई शिकायतें मिली थीं जिसमें दावा किया गया कि बहुत से स्टूडेंट्स ने पंजाब स्टेट कोटा की एमबीबीएस सीटों पर एडमिशन पाने के लिए फर्जी डोमिसाइल सर्टिफिकेट लगाए। इन स्टूडेंट्स ने अन्य राज्यों की स्टेट कोटा एमबीबीएस सीटों का लाभ पाने के लिए वहां के डोमिसाइल सर्टिफिकेट भी बनवा रखे थे।
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक बीएफयूएचएस रजिस्ट्रार डॉ. राकेश गोरेया ने कहा कि इन नीट यूजी विद्यार्थियों ने झूठी घोषणाएं (डिकलेयरेशन) सब्मिट कीं, जिसमें दावा किया गया कि उन्होंने अन्य राज्यों में नीट यूजी 2024 के तहत दाखिले के लिए आवेदन नहीं किया है या नहीं करेंगे। नियमों के अनुसार पंजाब में स्टेट कोटे की एमबीबीएस कोर्स सीटों पर दाखिले के लिए सभी उम्मीदवारों को हलफनामा जमा करना होता है कि वे एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश के लिए किसी अन्य राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में निवास का लाभ नहीं ले रहे हैं।
अन्य छात्रों व अभिभावकों की शिकायतों के निपटारे के लिए बीएफयूएचएस ने संदिग्ध उम्मीदवारों के प्रमाणपत्रों की जांच की और उन्हें अपनी पात्रता साबित करने के लिए सबूत देने को कहा। समीक्षा के बाद 5 उम्मीदवारों का पंजाब में एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन रोक दिया गया। इन पांच छात्रों में चंडीगढ़ से दो, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड से एक एक विद्यार्थी है।
किसी राज्य में स्टेट कोटा एमबीबीएस सीट पर एडमिशन लेने के लिए डोमिसाइल सर्टिफिकेट बेहद महत्वपूर्ण आधिकारिक दस्तावेज होता है। इससे किसी व्यक्ति के विशिष्ट राज्य में निवास की पुष्टि होती है। यह प्रमाण पत्र किसी व्यक्ति के स्थायी निवास का सबूत है। एमबीबीएस दाखिला नियमों के मुताबिक एक उम्मीदवार एक से अधिक राज्यों में राज्य कोटा के लिए आवेदन नहीं कर सकता है।
पंजाब में स्टेट कोटे की सीटें राज्य के मूल निवासियों के लिए आरक्षित हैं। पिछले कुछेक सालों से अन्य राज्यों के स्टूडेंट्स द्वारा फर्जी डोमिसाइल सर्टिफिकेट के जरिए यहां स्टेट कोटा एमबीबीएस सीट पर एडमिशन पाने के मामले सामने आ रहे हैं। इससे पंजाब के मूल निवासी और स्टेट कोटा सीटों के असल हकदार छात्र एडमिशन से वंचित रह जाते हैं।
ऐसे ही मामले में पुदुचेरी में भी तमिलनाडु और केरल के आठ स्टूडेंट्स को एमबीबीएस एडमिशन लिस्ट से हटा दिया गया है। द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक जांच में पाया गया कि इन स्टूडेंट्स ने भी एक से ज्यादा राज्यों में स्टेट कोटा सीटों का लाभ पाने के लिए दो डोमिसाइल बनवा रखे थे।