स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मोर्चा खोलने पर सपा से निकाली जाने वाली रोली तिवारी अब जयंत की पार्टी रालोद में शामिल हो गई हैं। सपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता रहीं रोली तिवारी ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित राष्ट्रीय लोकदल के कार्यालय में जाकर पार्टी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी से मुलाकात की। इसके बाद रालोद की सदस्यता ग्रहण कर ली।
रोली तिवारी का रालोद में शामिल होने को लेकर जयंत चौधरी ने कहा, तेज तर्रार नेत्री के जुड़ने से पार्टी को मज़बूती मिलेगी तथा उनके राजनैतिक अनुभव से नारी शक्ति व पार्टी निश्चित तौर पर लाभान्वित होगी। उन्होंने कहा, पार्टी शीघ्र ही उन्हें अहम ज़िम्मेदारी देगी। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय सचिव अनुपम मिश्रा की सराहना करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में व अन्य प्रदेशों में भी वह संगठन विस्तार को लेकर काफ़ी गंभीरता से कार्य कर रहे हैं और उनकी मेहनत व लगन के परिणाम भी सामने आ रहे हैं। रालोद में शामिल होने के बाद रोली मिश्रा तिवारी ने समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा।
रोली तिवारी बोलीं, उन्होंने अपने जीवन के बहुमूल्य 16 वर्ष समाजवादी पार्टी को दिए पर पार्टी नेता जी मुलायम सिंह यादव के बाद से अपनी विचारधारा से तो विमुख हो ही गई है। अब वहां वफ़ादार, कर्मठ, ईमानदार कार्यकर्ताओं की नहीं बल्कि चाटुकार व सनातन द्रोहियों की पार्टी बन गई है। बतादें कि पिछले साल रामचरित मानस पर स्वामी प्रसाद द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद रोली तिवारी ने उन्हें निशाने पर लिया था, जिसके बाद वह चर्चा में आई थीं। रोली के साथ ही डॉ. ऋचा सिंह ने भी स्वामी प्रसाद को सोशल मीडिया पर जमकर घेरा था।
रोली तिवारी ने स्वामी को दी थी शास्त्रार्थ की चुनौती
रोली तिवारी ने स्वामी पर ट्वीट के जरिए लगातार हमले बोले थे। साथ ही उन्हें शास्त्रार्थ की भी चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर वह शास्त्रार्थ में हार गईं तो राजनीति छोड़ देंगी। रोली तिवारी ने लिखा था कि हर तरफ सनातन धर्म के खिलाफ साजिश कर, हिंदू जातियों को बांटकर क्या देश में गृहयुद्ध जैसी भूमिका रची जा रही है? दूसरे ट्वीट में उन्होंने सीएम योगी से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ रासुका लगाने की मांग की थी। उन्होंने लिखा था कि यूपी में धार्मिक उन्माद और जातीय संघर्ष फैलाने की चेष्टा करने वाले स्वामी प्रसाद पर NSA रासुका लगाई जाए। लिखा कि ऐसे धर्म द्रोहियों से राष्ट्र को खतरा है।